फरीदाबाद। अमृता अस्पताल के बारे में जानकारी देते अधिकारी।अस्पताल की 81 विशिष्टताओं में ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंस, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो-साइंसेस, रीनल साइंस, हड्डी रोग और स्ट्रोक, ट्रांसप्लांट और मां व बच्चे जैसे उत्कृष्टता के आठ केंद्र शामिल होंगे। अगस्त में 500 बिस्तरों से शुरू होने के साथ यह अस्पताल चरणों में चालू होगा। दो वर्ष में यह संख्या बढ़कर 750 और पांच वर्ष में 1000 बिस्तरों की हो जाएगी।फरीदाबाद के सेक्टर-88 में 133 एकड़ क्षेत्र में फैला अमृता अस्पताल बनकर तैयार हो गया है। आने वाली 24 अगस्त से यहां मरीजों का इलाज शुरू हो जाएगा। यह अस्पताल 2400 बिस्तरों वाला है। पूर्ण रूप से तैयार होने के बाद इस अस्पताल का कुल निर्मित क्षेत्र 1 करोड़ वर्गफुट होगा। अस्पताल की 81 विशिष्टताओं में ऑन्कोलॉजी, कार्डियक साइंस, न्यूरोसाइंसेस, गैस्ट्रो-साइंसेस, रीनल साइंस, हड्डी रोग और स्ट्रोक, ट्रांसप्लांट और मां व बच्चे जैसे उत्कृष्टता के आठ केंद्र शामिल होंगे। अगस्त में 500 बिस्तरों से शुरू होने के साथ यह अस्पताल चरणों में चालू होगा। दो वर्ष में यह संख्या बढ़कर 750 और पांच वर्ष में 1000 बिस्तरों की हो जाएगी। पूरी तरह चालू होने पर अस्पताल में 800 डॉक्टर सहित कुल 10 हजार लोगों का स्टाफ होगा।पूरी तरह चालू होने पर अस्पताल में कुल 2400 बेड होंगे:अमृता अस्पताल फरीदाबाद के चिकित्सा निदेशक डॉ. संजीव के सिंह ने पत्रकारवार्ता में दावा किया कि यह एक विश्वस्तरीय संस्थान होगा। उन्होंने कहा पूरी तरह से चालू होने पर अस्पताल में कुल 2400 बेड होंगे। इसमें 534 क्रिटिकल केयर बेड शामिल हैं। उनका कहना है कि भारत में यह सबसे अधिक हैं। अस्पताल में 64 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर होंगे। इसके अलावा पूरी तरह से स्वचालित रोबोट प्रयोगशाला होगी। उच्च-सटीक विकिरण ऑन्कोलॉजी, सबसे अद्यतन परमाणु चिकित्सा और नैदानिक सेवाओं के लिए अत्याधुनिक 9 कार्डियक और इंटरवेंशनल कैथ लैब भी होंगी। अत्याधुनिक चिकित्सा अनुसंधान एक मजबूत क्षेत्र होगा। जिसमें 7 मंजिल की इमारत में फैले एक समर्पित अनुसंधान ब्लॉक के साथ कुल 3 लाख वर्गफुट में विशेष ग्रेड ए से डी जीएमपी प्रयोगशाला के साथ नए डायग्नोस्टिक मार्कर, एआई, एमएल की पहचान करने और जैव सूचना विज्ञान आदि पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।अस्पताल में एक पूरी मंजिल मां व बच्चों के लिए होगी:डॉ. सिंह ने कहाकि कोविड महामारी के साथ देश के कष्टदायक अनुभव को देखते हुए संक्रामक रोगों से निपटने के लिए अस्पताल में देश की सबसे बड़ी सुविधा होगी। अस्पताल में एक पूरी मंजिल (1.5. लाख वर्ग फुट) मां और बच्चे की देखभाल, भ्रूण और प्रजनन देखभाल और उच्च जोखिम वाली प्रसूति के लिए समर्पित होगी। इसमें नर्सरी और नवजात गहन देखभाल की 40 बिस्तर इकाई होगी। उन्होंने कहाकि हम एक व्यापक प्रत्यारोपण कार्यक्रम में भी भारी निवेश कर रहे हैं। हम लीवर, किडनी, श्वासनली, वोकल कॉर्ड, आंत, हृदय, फेफड़े, अग्न्याशय, त्वचा, हड्डी, चेहरे और अस्थि मज्जा का प्रत्यारोपण भी करेंगे।मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के प्रशिक्षण के लिए सेंटर होगा:उन्होंने कहा मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के प्रशिक्षण के लिए अस्पताल में एक अत्याधुनिक रोबोटिक्स, हैप्टिक, सर्जिकल-मेडिकल सिमुलेशन सेंटर होगा जो 4 मंजिल और 1.5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में होगा। जो डॉक्टरों के लिए सीखने और विकास की सुविधा है। अमृता हॉस्पिटल्स के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. प्रेम नायर ने कहाकि फरीदाबाद में अल्ट्रा-आधुनिक अमृता अस्पताल कम कार्बन पदचिह्न के साथ भारत की सबसे बड़ी ग्रीन-बिल्डिंग हेल्थकेयर परियोजनाओं में से एक होगी। यह एक एंड-टू-एंड पेपरलेस सुविधा है, जिसमें शून्य अपशिष्ट निर्वहन होता है। अस्पताल परिसर में एक हेलिपैड और 498 कमरों वाला गेस्ट हाउस भी है। जहां मरीजों के साथ आने वाले उनके अटेंडेट रह सकते हैं।

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