आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए खिलौना एकत्रित करने हाथ ठेला लेकर निकले CM शिवराज, अक्षय कुमार ने दिए 1 करोड़ रुपए, इधर कांग्रेस ने अभियान को बताया नौटंकी
भोपाल। मंगलवार को राजधानी भोपाल में अनोखा नजारा देखने को मिला। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए जन-सहयोग से ‘सामग्री एकत्रीकरण अभियान’ की शुरूआत करते हुए हाथ ठेला लेकर निकले। सीएम अशोका गार्डन इलाके के स्वामी विवेकानंद चौराहा से परिहार चौराहा और महावीर मार्ग होते हुए मनसा देवी मंदिर तक खिलौना जुटाए।
इस अभियान में जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और आंगनबाड़ी के बच्चों के लिए सहयोग दिया। सीएम के साथ मंत्री विश्वास सारंग, मंत्री भूपेंद्र सिंह और विधायक कृष्णा गौर भी मौजूद रहीं।
वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जनता की तारीफ की। उन्होंने कहा,आज सच में अभिभूत हूं। मुझे बिल्कुल यकीन नहीं था, इतना साथ मिलेगा, लोग जुड़ते चले गए। सामान लेते-लेते मेरे हाथ दुखने लगे,हर एक व्यक्ति इस अभियान में जुड़ा नजर आया।सभी ने दिल खोलकर सामान और सम्मान दिया। बच्चों ने अपनी गुल्लक तक दान कर दी। जनता ने ये समान नहीं प्यार दिया है।हम आंगनबाड़ी केंद्रों को बदल कर रख देंगे, अशोका गार्डन इलाका पूरे प्रदेश के लिए उदाहरण बनेगा। वहीं सीएम ने कहा, कुपोषण दूर करने के लिए लोग जुड़ गए तो समाज से कुपोषण दूर हो जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर साधा निशाना
वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना भी साधा। उन्होंने कहा, कुछ लोगों ने इस अभियान का मजाक उड़ाया। लेकिन जनता ने आज सहयोग देकर कांग्रेस को जवाब दे दिया है।
फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने दिए 1 करोड़ रुपए
वहीं सीएम की इस पहल की फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने ट्वीट कर तारीफ की है। साथ ही उन्होंने 1 करोड़ रुपए दान और 50 आंगनवाड़ी केंद्रों को गोद ली है।
.@ChouhanShivraj सर मुझे बहुत ख़ुशी होगी अगर मैं किसी तरह आंगनवाड़ी के बच्चों के लिए कुछ कर सकूँ। It’s a wonderful cause and I wish more power to you. https://t.co/khBc64VNVY— Akshay Kumar (@akshaykumar) May 24, 2022
कांग्रेस विधायक संजय यादव ने साधा निशाना
इधर, जबलपुर में मुख्यमंत्री के इस अभियान पर कांग्रेस विधायक संजय यादव ने निशाना साधेत हुए नौटंकी बताया है। उन्होंने कहा, जितने पैसे विज्ञापन में खर्च किए गए, उसे कम में खिलौने आ जाते। उन्होंने कहा, जितने का ढोल नहीं उतने का मंजीरा। ग्राम पंचायतों से वसूली के बदले खिलौना बैंक बनवा लेते। अधिकारियों की एक दिन की काली कमाई में ही खिलौने आ जाते। बिना मतलब सीएम को 5 दिन ठेला चलाना पड़ा।
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