‘एक कायर और विनम्र प्रतिक्रिया से काम नहीं चलेगा’: पैंगोंग में चीन के नए पुल को लेकर राहुल का केंद्र पर हमला
चाहे गलवान घाटी का मामला हो या फिर चीनी सैनिकों की भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की खबरें, हर बार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार को घेरते रहते हैं। इस बार राहुल गांधी ने पैंगोंग लेक पर चीन द्धारा बनाए जा रहे ब्रिज को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘चीन ने पैंगोग लेक पर पहला ब्रिज बनाया, सरकार ने कहा हम हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
चीन ने पैंगोंग पर दूसरा ब्रिज बनाया, सरकार ने कहा हम नजर बनाए हुए हैं। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय संप्रुभता के साथ समझौता नहीं किया जा सकता है। एक कायर और विनम्र प्रतिक्रिया से काम नहीं चलेगा। पीएम को देश का बचाव करना चाहिए। दरअसल, बीते दिनों खबर सामने आई थी कि चीन पैंगोंग लेक पर एक ब्रिज तैयार कर रहा है और सैटेलाइट तस्वीरों से इस बात का खुलासा हुआ था। जिसे लेकर अब राहुल गांधी ने मोदी सरकार से जवाब मांगा है।
पैंगोंग सो में चीन के दूसरे पुल की खबरों पर विदेश मंत्रालय का जवाब?
पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास चीन के दूसरा पुल बनाने की खबरें आने के बाद विदेश मंत्रालय ने कहा कि ‘‘हमने पुल से जुड़ी खबरें देखी हैं। यह सेना से जुड़ा मुद्दा है… हम इसे (चीन के) कब्जे वाला क्षेत्र मानते हैं। रक्षा मंत्रालय इस संबंध में विस्तार से टिप्पणी कर सकेगा।” उन्होंने कहा, ‘‘जिस क्षेत्र की बात हो रही है… हमें हमेशा लगा कि वह (चीन के) कब्जे वाला क्षेत्र है और हमें दशकों से (उसके वापस मिलने) की आशा है।” उन्होंने कहा, ‘‘हम इन घटनाक्रमों पर नजर रखते हैं।” बागची ने कहा कि अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि क्षेत्र में दूसरे पुल का निर्माण किया जा रहा है या फिर पहले पुल में ही विस्तार किया जा रहा है। जनवरी में जब चीन द्वारा पैंगोंग सो क्षेत्र में पहले पुल के निर्माण की खबर आयी थी तो विदेश मंत्रालय ने कहा था कि यह क्षेत्र पिछले 60 साल से चीन के अवैध कब्जे में है।

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