एक जून से शुरू होगा राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण, पीएम मोदी ने किया था भूमि पूजन-सीएम योगी करेंगे शुभारंभ
एक जून से अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण कार्य शुरू होगा. पीएम मोदी ने राम मंदिर के लिए किया था भूमि पूजन-अब सीएम योगी करेंगे मंदिर के गर्भगृह के निर्माण कार्य का शुभारंभ. आज से शुरू हो गईं है विधिवत पूजा. जानिए पूरी डिटेल्स….
Ayodhya Ram Mandir: राम मंदिर के गर्भगृह का निर्माण एक जून से शुरू हो जाएगा. इससे पहले आज से पांच दिवसीय विशेष सर्वदेव अनुष्ठान की शुरुआत हो गई है. इस अनुष्ठान में सभी देवी- देवताओं को प्रसन्न करने के लिए विधिपूर्वक पूजन अर्चन किया जा रहा है. इस विशेष अनुष्ठान के तहत रुद्री, दुर्गा सप्तशती, विष्णु सहस्रनाम, चतुर्वेद का नियमित दो सत्रों में सुबह आठ से 11 व दोपहर तीन से 6.15 बजे तक पाठ होगा. पांच जून को इस अनुष्ठान का समापन होगा, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी शामिल होंगे और हवन में आहुतियां डालेंगे. प्रत्येक दिन दोनों सत्रों के लिए अलग-अलग यजमान होंगे.
श्रीराम मंदिर निर्माण तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि एक जून को गर्भगृह का निर्माण कार्य शुरू होगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस दिन गर्भगृह निर्माण की पहली शिला रखेंगे. 2024 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
पीएम मोदी ने किया था भूमि पूजन-योगी करेंगे शुरुआत
बता दें कि 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामलला के गर्भगृह के निर्माण की पहली शिला रखेंगे. श्रीराम मंदिर के चबूतरे के निर्माण में 17000 ग्रेनाइट पत्थरों का इस्तेमाल किया जाना है. इस चबूतरे में लगाए जाने वाले 17000 में से 5000 पत्थर अभी तक लगाए जा चुके हैं.
ऐसा होगा रामलला का गर्भगृह
मंदिर के गर्भगृह क्षेत्र के अंदर राजस्थान की मकराना पहाड़ियों के सफेद संगमरमर का प्रयोग किया जाएगा. इसमें एक आयताकार दो मंजिला परिक्रमा मार्ग परकोटा बनेगा , इसी के पूर्व भाग में प्रवेश द्वार होगा. इस परकोटा में भी 8 से 9 लाख घन फीट पत्थर का उपयोग होगा. 13,300 घन फीट मकराना सफेद नक्काशीदार संगमरमर गर्भगृह निर्माण के लिए और 95,300 वर्ग फुट फर्श और क्लैडिंग के लिए प्रयोग किया जाएगा.
गर्भगृह के चारों ओर प्लिंथ और नक्काशीदार गुलाबी बलुआ पत्थर के ब्लॉकों की स्थापना, पिंडवाड़ा में गुलाबी बलुआ पत्थरों की नक्काशी, मकराना मार्बल्स की नक्काशी और आरसीसी रिटेनिंग वॉल निर्माण आदि. मंदिर का ये निर्माण कार्य निश्चित ही एक इंजीनियरिंग चमत्कार कहा जायेगा.
प्रथम चरण में एक तीर्थ सुविधा केंद्र लगभग 25,000 तीर्थयात्रियों को आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेगा. इसे पूर्व की दिशा में मंदिर पहुंच मार्ग के निकट बनाया जाएगा.
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