नई दिल्ली । केंद्रीय गृह और सहकारिता मंत्री अमित शाह दिल्ली में आयोजित एडीआरबीस के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर कहा कि देश की खेती को भाग्य के आधार से परिश्रम के आधार पर परिवर्तित करने का काम कृषि और ग्रामीण विकास बैंकों ने किया। नाबार्ड के उद्देश्य की परिपूर्ति तभी होती है कि जब एक-एक पाई जो उपलब्ध हैं, वहां ग्रामीण विकास और कृषि के क्षेत्र में ही फाइनेंस हो और वहां तब तक संभव नहीं है, जब तक कृषि के क्षेत्र के अंदर लंबी अवधि के लिए फाइनेंस को बढ़ावा नहीं दिया जाता।
सहकारिता मंत्री शाह ने दिल्ली में होने वाले कृषि ग्रामीण विकास बैंकों (एआरडीबी) के राष्ट्रीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए उपरोक्त बातें कहीं। राष्ट्रीय सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक फेडरेशन लिमिटेड (एनएएफसीएआरडी) नयी दिल्ली के एनसीयूआई सभागार में राष्ट्रीय एआरडीबी सम्मेलन 2022 का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में सहकारिता के साथ गृह मंत्रालय का भी दायित्व संभालने वाले शाह मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। इस सम्मेलन के साथ ही एआरडीबी की तरफ से संचालित क्षेत्रीय कार्यक्रमों का समापन हो गया।
यह भी पढ़ें
6858400cookie-checkएडीआरबीस के राष्ट्रीय सम्मेलन को गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किया संबोधित
Comments are closed.