अपहरण के आरोप में पकड़े गए राहुल की वहन जाली वीजा दिखाकर सारी कहानी बताती हुई।पंजाब के जालंधर में मधुबन कॉलोनी से पकड़े गए अपहरण के आरोपियों के मामले में नया मोड़ आ गया है। अपहरण के मामले में पकड़े गए लोगों के परिजनों का आरोप है कि लुधियाना का कार डीलर कुलविंदर जो कि ट्रैवल एजेंट का काम भी करता है को किडनैप नहीं किया गया था, बल्कि वह खुद उनके घर आया था। परिजनों का आरोप है कि कुलविंदर ने पैसे लेकर उन्हें जाली वीजा थमा दिया था जिसकी उन्होंने शिकायत कर रखी है।कपूरथला रोड पर बस्ती बावा खेल की मधुबन कॉलोनी से जिस 21 वर्षीय युवक राहुल को पुलिस ने अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया है उसकी बहन ने कहा कि कुलविंदर ने उनसे और उसके भाई से विदेश भेजने के नाम पर 5-5 लाख रुपए लिए थे। दोनों को विदेश भेजने का सौदा कुलविंदर से 15 लाख में तय हुआ था। पांच लाख रुपया को कुलविंदर को वीजा मिलने के बाद देना था।जाली वीजा वॉट्सऐप पर भेजाराहुल की बहन ने कहा कि कुलविंदर ने उसे जाली वीजा वॉट्सऐप पर भेजा और कहा कि रेस्ट अमाउंट भी दे दो, लेकिन जब उन्होंने चैक करवाया तो वीजा जाली निकला। इसके बाद कुलविंदर को फोन किया तो वह टाल मटोल करने लगा। जब शिकायत दी तो कुलविंदर ने कहा कि वह उनके पैसे वापस कर देगा। इसके बाद उसने खुद ही सारा अपहरण का ड्रामा रचा।राहुल की बहन ने कहा उनका परिवार उस वक्त हैरान रह गया जब पुलिस उनके घर पर आ धमकी और उनके रिश्तेदारों के साथ-साथ भाई को भी पकड़ कर थाने में ले गई। थाने में जाकर उन्हें पता चला कि पुलिस ने तो इसे अपहरण का मामला बना दिया है। राहुल की बहन ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनकी शिकायत पर तो कार्रवाई की नहीं लेकिन ट्रैवल एजेंट से पैसे खाकर उनके खिलाफ झूठा केस बना दिया। केस बनाकर उसके भाई का करियर बर्बाद करके रख दिया है।पुलिस ने पिछले कल गिरफ्तार किए थे अपहरणकर्ताबड़ा सवाल- अपहरण करने वाला साढ़े नौ लाख ही क्यों मांगेगापुलिस ने अपहरण करने वालों के पकड़ने के बाद अपनी पीठ थपथपाते हुए जो रिलीज जारी की थी उसमें कहा गया है कि अपहरण करने वालों ने कुलविंदर की पत्नी अमनप्रीत कौर को फोन करके साढ़े नौ लाख रुपये मांगे थे। अब सवाल यह उठता है कि क्या कोई अपहरणकर्ता दुकानदार की तरह पैसे मांगते हैं। यदि कोई अपहरणकर्ता फिरौती मांगता है तो वह साढे में नहीं बल्कि राउंड फिगर में मांगता है। वह दस लाख मांग सकता था।दूसरा यह भी कैसे संभव है कि जालंधर पुलिस को लुधियाना पुलिस की तरफ से ही पूरा इनपुट यह मिल गया कि मधुबन कॉलोनी के घर में ही उसे छुपा कर रखा हुआ है। पुलिस गई और वहीं से अपहरण करके लाए गए व्यक्ति को पकड़ लिया। पुलिस ने कहा था कि गन पॉइंट पर अपहरण हुआ लेकिन मौके से कोई हथियार नहीं मिसा। यह सारी बातें इस तरफ इशारा करती हैं कि मामला संदिग्ध है। योजनाबद्ध तरीके से अपहरण की सारी कहानी गढ़ी गई थी।इसी बीच थाना प्रभारी भूषण कुमार ने कहा कि उन्हें अधिकारियों की तरफ से सूचना आई थी। जिस पर थाना पुलिस और सीआईए ने मिलकर छापामारी की। जिस घर की लोकेशन बताई गई थी वहीं पर कुलविंदर समेत सभी आरोपी मिल गए थे। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने कहा कि जालंधर पुलिस ने सिर्फ इनपुट के आधार पर सभी को पकड़ा है मामला लुधियाना पुलिस ने दर्ज कर रखा है। उन्होंने आरोपियों को पकड़ कर लुधियाना पुलिस कमिश्नरेट को सौंप दिया है।

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