गुरदासपुर: गैंगस्टर राणा कंदोवालिया, जिसकी गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी।पंजाब के गुरदासपुर के बटाला में फेमस प्राइवेट अस्पताल में शनिवार रात नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की टीम ने दबिश दी। अस्पताल में करीब एक घंटा चली सर्च के दौरान स्थानीय पुलिस को दूर रखा गया। एनआईए टीम अपने साथ सीआरपीएफ को लेकर आई थी। टीम ने अस्पताल प्रबंधक से एक घंटा पूछताछ की। इसके साथ अस्पताल के रिकॉर्ड को भी खंगाला। सर्च के दौरान मिले सुरागों को टीम अपने साथ ले गई है।बता दें कि गैंगस्टरों के साथ संबंधों को लेकर यह अस्पताल काफी समय से चर्चा में है। अब गैंगस्टर राणा कंदोवालिया के हत्याकांड के आरोपियों का उपचार करने से भी इसके तार जुड़ रहे हैं। जानकारी के अनुसार राणा के हत्यारे का इसी अस्पताल में इलाज चला था। अस्पताल की ओर से ऐसे केसों के बारे पुलिस को कोई सूचना नहीं दी जाती और एक प्रकार से गैर कानूनी रूप में उन्हें संरक्षण दिया जाता है। मामले की जांच एनआईए के हाथ में आने के बाद हत्याकांड से जुड़े सभी पहलु उजागर हो रहे हैं।पिछले साल 4 अगस्त को राणा पर चलाईं थी गोलियांगौरतलब है कि पिछले वर्ष 4 अगस्त 2021 को अमृतसर के केडी अस्पताल में गैंगस्टर रणदीप सिंह कंदोवालिया उर्फ राणा पर गोलियां चलाई गई थी। जिसमें राणा के साथ उसका साथी तेजवीर सिंह तेजा और अस्पताल का सिक्योरिटी गार्ड भी गंभीर अरुण कुमार जख्मी हो गए थे। राणा ने उपचार दौरान दम तोड़ दिया था।गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया ने ली थी जिम्मेवारीतिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया ने अपनी फेसबुक पोस्ट पर इसकी जिम्मेवारी ली थी। इस हत्या का कारण राणा कंदोवालिया की ओर से गैंगस्टर दविंदर बंबीहा ग्रुप का साथ देना बताया गया था। दविंदर बंबीहा के कहने पर ही राणा कंदोवालिया ने उसके भाई का अपहरण करवाने में मदद की थी। इसके बाद जग्गू भगवानपुरिया, उसके साथी जगरौशन सिंह हुंदल और मनप्रीत सिंह उर्फ मनी रईया सहित दो अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था। इससे पहले गैंगस्टर मनदीप सिंह उर्फ दीप ढिल्लों ने भी 2018 में कंदोवालिया पर हमला किया था। ढिल्लों को पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए तस्करी कर भेजी गई 48 विदेशी पिस्तौलों को जब्त किए जाने के मामले में पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
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