50F64F81645A2A453ED705C18C40448C
हेडलाइंस
Bihar: नव नालंदा महाविहार ने किया 11वीं 'धम्मयात्रा' का सफल आयोजन, 'बुद्धचारिका दिवस' घोषित करने का प्रस्ताव State Level Body Building Championship In Aligarh - Amar Ujala Hindi News Live विदेशी मेहमानों से गुलजार हुई तराई: यूरोप-ईरान और साइबेरिया के पक्षी बढ़ा रहे रौनक, दीदार करने पहुंच रहे सैलानी Mp News: Cm Dr. Yadav Gave Development Gifts Worth Rs 758 Crore To Five Districts Of Bhopal Division. - Amar Ujala Hindi News Live Rajasthan: In The Paper Leak Case, Dotasara Said That The Accused Are Getting Released Due To Weak Advocacy - Amar Ujala Hindi News Live - Rajasthan:पेपर लीक जमानत पर हमलावर विपक्ष, डोटासरा बोले Worker Who Was Burnt In The Fire In Panipat Died After Eight Days, His Wife Said- How Will I Raise The Childre - Amar Ujala Hindi News Live - Haryana:पानीपत में आग में झुलसे श्रमिक की आठ दिन बाद मौत, ... Cm Sukhu Gave Orders The Department Should Issue A Notification To Make Dodra Kwar A District Council Ward - Amar Ujala Hindi News Live IND vs AUS: ट्रेविस हेड के बल्ले पर अब लगेगी लगाम, 6 सालों से गाबा में नहीं खुला खाता 2 बच्चों के पिता पर आया था 'लेडी सुपरस्टार' का दिल, तुड़वा दी 16 साल पुरानी शादी, अंत में प्यार की उड़ी धज्जियां OnePlus के बाद Xiaomi, Vivo और Oppo ने लिया बड़ा फैसला, भारतीय यूजर्स को फायदा

चप्पल बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें | How to Start Slipper Making Business Plan in Hindi

चप्पल बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें, लागत, लाभ, लाइसेंस, मशीन, कीमत, पैकेजिंग, मार्केटिंग (How to Start Slipper Making (Manufacturing) Business Plan in Hindi) (License, Cost, Profit, Packaging, Marketing)

स्लीपर एक आरामदायक चप्पल है, जिसका प्रयोग लोग घर के अन्दर करते हैं. हालाँकि कुछ स्लीपर ऐसे भी होते हैं, जिन्हें पहन कर घर से बाहर भी जाया जा सकता है. बाजार में विभिन्न तरह के स्लीपर बिकते हैं. कई छोटी बड़ी कंपनियां इसे बना कर काफी ज्यादा लाभ कमाती हैं. आप भी इस व्यापार की सहायता से प्रति महीने खूब धन कमाने में सफल हो सकते है. इस व्यापार को स्थापित करने से सम्बंधित सभी तरह की आवश्यक जानकारियां दी जायेंगीं’.

चप्पल बनाने का व्यापार शुरू करें (Slipper Making Business Plan)

चप्पल बनाने के व्यवसाय से मिलता है लाखों रूपये का लाभ, जानिए इस बिज़नेस को करने से आपको क्या क्या लाभ मिलेगा –

चप्पल बनाने के लिए आवश्यक कच्चा माल (Slipper Making Raw Material)

कच्चे माल में हवाई रबर शीट्स (रू 350 प्रति शीट), स्ट्रैप्स शीट्स (रू 4 प्रति मीटर) एवं पैकिंग के लिए आवश्यक सामान (रू 15- 40 प्रति इकाई) आदि की आवश्यकता होती है.

चप्पल बनाने के लिए कच्चा माल कहाँ से खरीदें (where to Buy Raw Materials)

इस कच्चे सामान को इन ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से मंगवा सकते है

https://www.indiamart.com/https://india.alibaba.com/index.html

चप्पल बनाने की मशीन (Slipper Making Machine)

इस व्यापार के लिए जरुरी मशीनों के नाम इस तरह से है.

1      हैण्ड ऑपरेटेड सोल कटिंग मशीन2      होल मेकिंग मशीन3      फिनिशिंग / ग्राइंडिंग मशीन4      विभिन्न रंगों और साइज़ के लिए डाई कटिंग मशीन5      हैण्ड ओपरेटेड टूल

चप्पल बनाने की मशीन कहाँ से खरीदें (Where to Buy Slipper Making Machine)

आप उपरोक्त तमाम मशीनें, नीचे दिए गये लिंक पर संपर्क करके आसानी से प्राप्त कर सकते हैं.

https://www.indiamart.com/https://india.alibaba.com/index.html

चप्पल बनाने की मशीन की कीमत (Slipper Making Machine Price)

हवाई चप्पल बनाने के व्यापार में तमाम मशीन एक सेट में खरीदने की आवश्यकता होती है. इसके लिए व्यापारी को कुल रू 35,000 से 40,000 तक का खर्च होता है.

व्यापार बड़े स्तर का हो तो मशीन की कीमत:

       मशीन        कीमतसोल कटिंग मशीनरू 1 लाखड्रिल मशीनरू 12000 – रू 14000स्ट्रैप मशीनरू 7,000ग्राइंडररू 8,000डाईरू 700

स्लीपर बनाने की विधि (Slippers Manufacturing Process in Hindi)

सबसे पहले आपको रबर की शीट को सोल कटिंग मशीन की सहायता से काटने की आवश्यकता होती है. ध्यान रखें कि आप एक ही डाई से पूरी शीट की कटिंग करें.

यदि मशीन उच्च कोटि की हो तो कटिंग के दौरान ही चप्पल में फीते के स्थान पर सुराख हो जाते हैं. कटिंग के बाद इसे ग्राइंडिंग मशीन की सहायता से स्लीपर के चारों तरफ के खुरदरे भाग को प्लेन किया जाता है.चप्पल की कटिंग हो जाने के बाद इसे प्रिंट करने की आवश्यकता होती है. इसमें काफ़ी कम खर्च आता है.एक बार चप्पल प्रिंट हो जाने के बाद कुछ देर के लिए सूखने के लिए छोड़ दिया जाता है. इसके सूख जाने पर इसे ड्रिलिंग मशीन की सहायता से आवश्यक स्थानों पर किये गये सुराख को बड़ा किया जाता है.इसके बाद स्ट्रैप डालने की मशीन (हैण्ड ओप रेटेड टूल) की सहायता से इसमें फीते डाले जाते हैं.इस तरह से आप स्लीपर तैयार करके बाजार में बिकने के लिए भेज सकते हैं.

चप्पल बनाने के व्यापार के लिए लाइसेंस (Licence for Slipper Making Business)

यदि आप यह व्यापार छोटे पैमाने पर आरम्भ कर रहे हैं, तो आपको सबसे पहले उद्योग आधार अथवा भारत सरकार के एमएसएमई के अंतर्गत अपने व्यापार को रजिस्टर कराना होगा. इसके अलावा आपको अपने ब्रांड का पंजीकरण आईएसआई के अंतर्गत दाखिल कराना होता है. व्यापार को सुचारू रूप से चलाने के लिए आपको ट्रेड लाइसेंस, फर्म का करंट बैंक अकाउंट, पैन कार्ड आदि भी तैयार कराने की आवश्यकता होती है.

चप्पल के लिए पैकेजिंग (Slipper Packaging)

आप इसकी पैकेजिंग के लिए कार्टून्स का प्रयोग कर सकते हैं. अपने द्वारा बनाए गये स्लीपर के आकार के अनुसार आपको कार्टून्स प्राप्त करने की आवश्यकता होती है. आप अपने चप्पल के पैकेट्स को आकर्षक बनाने के लिए इस पर विभिन्न तरह के रंगीले स्टीकर लगा सकते हैं. इसके अलावा आप अपने ब्रांड का स्टीकर कार्टून पर चिपकाकर पैकजिंग सकते हैं.

चप्पल बनाने के व्यापार के लिए मार्केटिंग (Marketing Plan for Slippers)

आप अपने स्लीपर की मार्केटिंग शहर के सभी बड़े छोटे चप्पल जूतों की दुकानों में कर सकते हैं. आप अपने स्लीपर को विभिन्न बड़े शोपिंग मॉल तक भी पहुँचा कर बेहद आसानी से अपना व्यापार बढ़ा सकते हैं. साथ ही अपने चप्पल का प्रचार आप रेडियो, अखबार, होर्डिंग, पोस्टर आदि के माध्यम से कर सकते हैं.

चप्पल का व्यापार स्थापित करने के लिए आवश्यक स्थान (Location)

इस व्यापार की शुरुआत हेतु आपको थोड़े अधिक स्थान की आवश्यकता होती है. चूँकि इस व्यापार को चलाने के लिए विभिन्न तरह की मशीन कार्य में लगाए जाते हैं, अतः इसके लिए आपको न्यूनतम 300 वर्ग मीटर स्थान की जरुरत पड़ती है.

चप्पल का व्यापार करने में कुल लागत (Slipper Making Business Cost)

इस व्यापार चलाने के लिए कुल लागत का निर्णय आपके व्यापार का स्तर करता है. यहाँ पर छोटे और बड़े दोनों स्तरों पर व्यापार के लिए कुल लागत का वर्णन कर रहे है.

छोटे पैमाने पर इस व्यापार को स्थापित करने हेतु कम से कम 1 लाख रूपए की राशि की आवश्यकता होती है.बड़े पैमाने पर यदि आप इस व्यापार को करना चाहे तो आपको 5-6 लाख धनराशि जुटानी पड़ सकती है.

चप्पल बनाने के व्यापार से लाभ (Slipper Making Business Profit)

आम तौर पर एक स्लीपर बनाने की कुल लागत रू 30 से 40 की होती है. ये स्लीपर बाज़ार में कुल रू 90- 100 के मूल्य पर बिकता है. यदि आप प्रतिदिन 12 घंटे तक इस मशीन की सहायता से स्लीपर बनाते हैं, तो दिन भर में छोटे स्तर पर 100 दर्जन और बड़े स्तर क़रीब 250 दर्जन अर्थात 3500 से 4000 स्लीपर बनाए जा सकते हैं. अतः छोटे स्तर पर इस व्यापार की सहायता से लगभग 10000 प्रति महीने और बड़े स्तर पर क़रीब 30,000 से 40,000 रूपए कमाए जा सकते हैं.

चप्पल बनाते समय सावधानियां (Slipper Making Precautions)

इस व्यापार में सबसे पहली सावधानी क्वालिटी से सम्बंधित होनी चाहिए. बाजार में रबर शीट कम कीमत पर भी उपलब्ध हैं, जिनकी क्वालिटी अच्छी नहीं होती. इनकी सहायता से चप्पल बनाने पर आपके चप्पल की अच्छी मार्केटिंग नहीं हो पायेगी. रबर शीट से स्लीपर काटते समय इस बात का ध्यान रखने की आवाश्यकता होती है कि स्लीपर बेहतर आकार में कट रहे हों. इसके अलावा आप उस स्थान पर बिजली की सुरक्षित व्यवस्था कराएं जहाँ पर आपको स्लीपर बनाने हों.

अन्य पढ़े:

679570cookie-checkचप्पल बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें | How to Start Slipper Making Business Plan in Hindi
Artical

Comments are closed.

Bihar: नव नालंदा महाविहार ने किया 11वीं 'धम्मयात्रा' का सफल आयोजन, 'बुद्धचारिका दिवस' घोषित करने का प्रस्ताव     |     State Level Body Building Championship In Aligarh – Amar Ujala Hindi News Live     |     विदेशी मेहमानों से गुलजार हुई तराई: यूरोप-ईरान और साइबेरिया के पक्षी बढ़ा रहे रौनक, दीदार करने पहुंच रहे सैलानी     |     Mp News: Cm Dr. Yadav Gave Development Gifts Worth Rs 758 Crore To Five Districts Of Bhopal Division. – Amar Ujala Hindi News Live     |     Rajasthan: In The Paper Leak Case, Dotasara Said That The Accused Are Getting Released Due To Weak Advocacy – Amar Ujala Hindi News Live – Rajasthan:पेपर लीक जमानत पर हमलावर विपक्ष, डोटासरा बोले     |     Worker Who Was Burnt In The Fire In Panipat Died After Eight Days, His Wife Said- How Will I Raise The Childre – Amar Ujala Hindi News Live – Haryana:पानीपत में आग में झुलसे श्रमिक की आठ दिन बाद मौत, पत्नी बोली     |     Cm Sukhu Gave Orders The Department Should Issue A Notification To Make Dodra Kwar A District Council Ward – Amar Ujala Hindi News Live     |     IND vs AUS: ट्रेविस हेड के बल्ले पर अब लगेगी लगाम, 6 सालों से गाबा में नहीं खुला खाता     |     2 बच्चों के पिता पर आया था ‘लेडी सुपरस्टार’ का दिल, तुड़वा दी 16 साल पुरानी शादी, अंत में प्यार की उड़ी धज्जियां     |     OnePlus के बाद Xiaomi, Vivo और Oppo ने लिया बड़ा फैसला, भारतीय यूजर्स को फायदा     |    

9213247209
पत्रकार बंधु भारत के किसी भी क्षेत्र से जुड़ने के लिए इस नम्बर पर सम्पर्क करें- 9907788088