नागौर: लोक देवता वीर तेजाजी जन्मस्थली नागौर के खरनाल में नव प्रस्तावित तेजाणा मंदिर देश में पर्यावरण एवं जल संरक्षण की अनूठी मिसाल बनेगा। करीब चार सौ करोड़ की लागत से प्रस्तावित इस मंदिर को गुजरात के प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर बनाया जाएगा। मंदिर का शिलान्यास 10 जून को होगा। JJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं किसान नेता अजयसिंह चौटाला तेजाणा मंदिर की नींव रखेंगे। वो यहां हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे। इस अवसर पर देशभर से प्रशासनिक अधिकारी, किसान नेता, समाजसेवी, खिलाड़ी सहित तेजा भक्त कार्यक्रम में शामिल होंगे।शिलान्यास समारोह में एक लाख 11 हजार लड्डूओं से तेजाजी के भोग लगाया जाएगा। कार्यक्रम को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। तेजाजी पैनोरमा के पास 20 बीघा जमीन पर पांडाल तैयार कर किया गया है। कार्यक्रम में 600 युवा और 500 पुलिसकर्मियों द्वारा व्यवस्था संभाली जाएगी। वहीं तीन खेतों में वाहन पार्किंग की व्यवस्थाएं की गई है। समारोह में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 25 जगह चाय के स्टॉल, 50 पानी के टैंकर, 15 जगह ठंडे पानी के कैंपर लगाने की व्यवस्था की गई है।शिलान्यास समारोह के बाद यहां धर्म सभा का आयोजन भी होगा। जिसमें पांचला सिद्धा महंत सूरजनाथ महाराज, रेण पीठाधीश्वर सज्जनराम महाराज, आकेली पौ धाम महंत रामनिवास महाराज, देवरी धाम उतराधिकारी रामदास शास्त्री सहित साधु संत प्रवचन करेंगे।मंदिर परिसर में तेजा भक्तों को दर्शन कराने के लिए बेरिकेडस लगाए गए है। चांदी के दरवाजे व सोलर लाइटों से जगमगाएगा42 बीघा क्षेत्र में फैले इस नव प्रस्तावित तेजाणा कॉरिडोर में बनने वाले तेजाजी मंदिर में चांदी के दरवाजे बनेंगे। तेजाजी की जन्मस्थली पर स्थित प्राचीन मंदिर के पास पड़ी खाली भूमि पर प्रस्तावित नया मंदिर आधुनिक सोलर लाइटों से जगमगाएगा। खास बात यह है कि मंदिर में पूरी बिजली सोलर पैनल से मिलेगी। समूचे तेजाणा कॉरिडोर परिसर का जल संचय करने की भी विशेष योजना है। इसके जरिये मीठे पानी को बचाकर उसका पीने के लिए उपयोग किया जाएगा। हरियाली के लिए मंदिर के चारों ओर सैकड़ों देशी-विदेशी छाया, फल, फूलदार पेड़-पौधे लगाए जाएंगे।मंदिर परिसर में बड़ी लाईब्रेरी बनेगी जिसमें प्रत्येक लोकदेवता का इतिहास पढ़ने को मिलेगा। चित्रों की प्रदर्शनी के जरिए वर्तमान पीढ़ी लोकदेवताओं के इतिहास एवं प्राचीन परम्पराओं से रूबरू हो सकेगी।होगी पांच सितारा सुविधाएंयहां कॉरिडोर में लोकदेवता वीर तेजाजी के प्रस्तावित मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए विशेष भवन बनेंगे जिनमें अतिविशिष्ठ लोगों के लिए फाइव स्टार सुविधाएं भी उपलब्ध होगी। प्रस्तावित मॉडल में इन सभी सुविधाओं का भी ध्यान रखा गया है।यहां तेजाणा में तेजाजी की पत्नी पेमल, बहन राजल, पिता ताहड़देव, माता रामकंवरी, घोड़ी लीलण और लाछा गुर्जरी के देवस्थान के भी अलग-अलग ब्लॉक बनेंगेतेजाजी की पत्नी के नाम बनेगा हॉलप्रस्तावित मंदिर में तेजाजी की पत्नी पेमल के नाम से म्यूजियम एवं मीटिंग हॉल बनेगा। जिसमें बड़ी संख्या में लोग बैठ सकेंगे। इसी के पास लीलण ब्लॉक में भी पांच सितारा कमरे बनेंगे। यह मंदिर देश में तेजाजी का सबसे बड़ा मंदिर है और अब प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बनेगा। नागौर-जोधपुर राजमार्ग से ही जातरूओं की नजर सीधी इस भव्य मंदिर पर पड़ेगी। तेजाजी महाराज के मंदिर में जोधपुर के प्रसिद्ध छीतर के पत्थर का उपयोग किया जाएगा। प्रवेश द्वार पर लगने वाली पत्थरों की पैड़ियाँ विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेंगी।

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