नरसिंहपुर: नरसिंहपुर जिले के बिजली विभाग के पास जले हुए और बड़ी खराबी के कारण बिगड़े ट्रांसफाॅर्मरों के सुधार के लिए रिपेयरिंग स्टोर की सुविधा नहीं है। इसके कारण यहां काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यदि किसी दूरस्थ गांव का ट्रांसफाॅर्मर जल जाए या खराब हो जाए तो उसे पहले बिजली ऑफिस तक पहुंचाना पड़ता है। इसके बाद सुधार के लिए जबलपुर भेजा जाता है। ऐसी परिस्थिति में 10 से 12 दिन लग जाते हैं।ऐसे में ट्रांसफार्मर पर वैकल्पिक सुविधा न होने की स्थिति में बिजली समस्या से लोग गुजरते हैं। जिले में करीब 90 हजार बिजली कनेक्शन हैं। जिनके लिए बिजली आपूर्ति हेतु जिले भर में करीब 30 हजार बिजली ट्रांसफाॅर्मरों का जाल बिछा हुआ है। लिहाजा पूरे जिले में आए दिन कहीं न कहीं ट्रांसफार्मर खराब होने की स्थिति बनी रहती है। यह स्थिति सीजन में और अधिक खराब हो जाती है। सीजन के दिनों में लोड के बढ़ने से अक्सर बिजली के ट्रांसफाॅर्मर खराब होते रहते हैं। जिन्हे सुधरवाने के लिए जबलपुर भेजना पड़ता है। इस मामले में विभागीय अधिकारियों के मुताबिक जिले के सभी सब डिवीजन कार्यालयों में लोकल ट्रांसफार्मर रिपेयरिंग यूनिट बनाई गई हैं।जिनमें ट्रांसफार्मरों की छोटी-छोटी खराबियों को सुधार दिया जाता है। फिर ओवर लोड होकर खराब होने वाले या बड़ी खराबियों वाले ट्रांसफार्मरों को तो सुधार के लिए जबलपुर ही भेजना पड़ता है। लिहाजा बिजली के ट्रांसफार्मरों की इस समस्या से निजात पाने के लिए जिला मुख्यालय पर ही एक ट्रांसफार्मर स्टोर एरिया बनाने की जरूरत है। जिसकी मांग भारतीय किसान संघ पिछले तीन वर्षों से कर रहा था

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