जोधपुर से मां दो बेटों की सगाई पक्की कर घर लाैटीं कुछ समय बाद दोनों की डिग्गी में डूबने से हो गई मौत
बाड़मेर: बालोतरा . कृषि कुएं पर बनी डिग्गी, जिसमें डूबने से दो भाइयों की मौत हुई।जागसा में कृषि कुएं पर बनी डिग्गी पर पानी पीने गया बड़ा भाई पैर फिसलने से डूबने लगा, छोटा भाई बचाने उतरा, दोनों डूबे।जागसा गांव में कृषि कुएं पर बनी डिग्गी पर पानी पीने गए दो भाइयों की पैर फिसलकर डूबने से मौत हो गई। घटना के करीब तीन-चार घंटे बाद डिग्गी के पास पहुंचे बड़े भाई ने चप्पल देखे तो संदेह हुआ, नजदीक जाकर देखा तो दोनों छोटे भाइयों के शव डिग्गी में तैरते मिले। उसके चीखने चिल्लाने की आवाज पर आस-पास के काश्तकार मौके पर पहुंच गए, उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इस पर बालोतरा थाना के एएसआई लूणाराम ने मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकलवाया।वहीं राजकीय नाहटा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया। शुक्रवार सुबह पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा। समीपवर्ती जागसा गांव में गुरुवार दोपहर करीब 2 बजे छतरसिंह पुत्र भीमसिंह के बेरे पर कृषि कार्य कर रहा बंशीलाल (20) पुत्र पोलाराम भील प्यास लगने पर बेरे पर ही बनी डिग्गी पर पानी पीने के लिए गया। इस दरम्यान उसका पैर फिसलने से वह पानी में डूब गया, उसे डूबता देखकर उसका छाेटा भाई छोटाराम (18) पुत्र पोलाराम भील भी उसे बचाने के लिए पानी में उतर गया।इस पर डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना के करीब तीन-चार घंटे बाद उसका बड़ा भाई चांदाराम वहां पहुंचा तो डिग्गी के बाहर दोनों भाइयों के चप्पल पड़े मिले। इस पर डिग्गी के समीप जाकर देखा तो दोनों छोटे भाइयों के शव तैरते मिले।इसे देखकर डायाराम चिल्लाते-चिल्लाते बदहवास हो गया। उसके चीखने चिल्लाने की आवाज पर आस-पास के लोगों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस को सूचना दी। इस पर बालोतरा थाना के एएसआई लूणाराम ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकलवाया। वहीं राजकीय नाहटा अस्पताल की मोर्चरी भिजवाया, जहां शुक्रवार को शवांे का पोस्टमार्टम किया जाएगा।भास्कर अपील: खेतों में बनी खुली डिग्गियां जानलेवा, इनके चारों तरफ दीवार या तारबंदी करके सुरक्षित करना जरूरी डायाराम के पिता पोलाराम का पूर्व में स्वर्गवास हो चुका है। तीनों भाइयों में डायाराम सबसे बड़ा व शादीशुदा है। वहीं बंशीलाल व छोटाराम कुंवारे थे, गुरुवार को ही उनकी मां जोधपुर में दोनों भाइयांे की सगाई करके लौटी थी। मां के घर पर लौटने के कुछ समय बाद ही घटना में दोनों भाईयों की मौत हो गई। इससे घर में सगाई की खुशियां पल भर में ही मातम में बदल गई।शवों को नाहटाोअस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गयाजागसा गांव में छतरसिंह के बेरे पर कार्य कर रहा काश्तकार बंशीलाल प्यास बुझाने के लिए डिग्गी पर गया, पैर फिसलने से वह डूबने लगा तो दूसरे भाई बचाने के लिए गया, इससे डूबने से दोनों की मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंचकर शवों को बाहर निकलवाकर नाहटा अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द किए जाएंगे। वहीं भाई की रिपोर्ट पर मर्ग में मामला दर्ज कर लिया गया है।
Comments are closed.