कोटा: कोटा के रामगंजमंडी थाना क्षेत्र के गोयंदा गांव में देर रात दलित दूल्हे की निकासी के दौरान गांव के कुछ दबंग लोगों ने हंगामा कर दिया। पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने जातिसूचक शब्द कहे। जिससे हंगामा बढ़ गया। सूचना पर पुलिस का जाब्ता मौके पर पहुंचा। मामले को शांत करवाया। फिर आज सुबह सीआई, डीएसपी, एएसपी मौके पर पहुंचे। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने गांव के कुछ लोगों को डिटेन किया है।गोयंदा गांव में करीब 250 परिवारों की बस्ती है। ये गांव राजपूत बाहुल्य गांव है। बीती रात मेघवाल समाज के संजीव मेघवाल की निकासी निकल रही थी। परिवार के लोगों को हंगामे का अंदेशा था। इसलिए पुलिस को सूचना दी थी। निकासी निकले के दौरान 4 पुलिसकर्मी साथ थे। दूल्हे के छोटे भाई अंकित ने बताया कि निकासी कुछ दूर ही पहुंची थी कि गांव के दबंगों ने हंगामा कर दिया। गाली गलौच करते हुए जातिसूचक शब्द कहे। उन्होंने लाइट बंद करवा दी। हंगामे को देखते हुए जल्दबाजी में निकासी निकालनी पड़ी। रात को बारात निमाणा गांव पहुंची जहां फेरे हुए।रामगंजमंडी थाना सीआई मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस की मौजूदगी में निकासी निकल रही थी। गांव के कुछ लोगों ने हंगामा कर दिया। पीड़ित पक्ष ने 21 नामजद व अन्य लोगों के खिलाफ जातिसूचक शब्दो से अपमानित करने की शिकायत दी है। 5-6 लोगों को डिटेन किया है। मामले की जांच की जा रही है।
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5721200cookie-checkदलित दूल्हे की निकासी के दौरान जातिसूचक शब्द कहे,पीड़ित पक्ष ने 21 लोगों के खिलाफ शिकायत दी
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