देश की जीडीपी ग्रोथ की रीढ़ है एमएसएमई, फिर भी अनदेखी, अब संगठित होकर करेंगे काम, सरकारें सुनने को होंगी मजबूर
फरीदाबाद: फरीदाबाद की नई इकाई का किया गठन, केंद्र व राज्य सरकार की नीतियों का लाभ पहुंचाने के लिए होगा काम।ऑल इंडिया फोरम आफ एमएसएमई के उद्यमियों ने नीलम बाटा रोड स्थित ब्रह्म कुमारी परिसर में बैठक की और समस्याओं पर मंथन कर एक जुट होकर संघर्ष करके इंडस्ट्री को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया ताकि देश में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा कर सकें। इस दौरान फरीदाबाद की नई इकाई का भी गठन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ब्रह्म कुमारी संस्थान की निदेशक बहन ऊषा, एआईएफओएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम सुुंदर कपूर, राष्ट्रीय महासचिव एवं एमएसएमई के एक्सपर्ट अनिल चौधरी, एमएसएमई मंत्रालय से रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर इंडस्ट्री केके गोयल, अशोक नेहरा आदि ने किया।उद्यमियों ने कहा कि केंद्र सरकार के जारी आंकड़ांे के अनुसार देश भर में अभी तक 6.5 करोड़ एमएसएमई कार्य कर रही हैं। आज देश की जीडीपी ग्रोथ में करीब 6.1 फीसदी और सर्विस सेक्टर में करीब 24 फीसदी योगदान है। बावजूद सरकारें इनकी अनदेखी कर रही हैं। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ इस इंडस्ट्री को नहीं मिल पा रहा है। देश के विकास और मदर यूनिट की एमएसएमई रीढ़ मानी जाती है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पाॅलिसी बनाते समय इनसे कोई राय तक नहीं ली जाती। उद्यमियांें ने एमएसएमई सेक्टर में बहुत कम पंजीकरण होने पर भी चिंता जताई। उद्यमियों ने कहा कि अब हम लोग एक मंच पर एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए सरकार व सरकारी अधिकारियों से संघर्ष करंेगे। इसके बाद सरकार एमएसएमई सेक्टर से भी बात करने के लिए मजबूर होगी।फरीदाबाद चैप्टर की नई इकाई गठितएआईएफओएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम सुंदर कपूर ने बताया कि फरीदाबाद चैप्टर की नई कार्यकारिणी गठित कर दी गई है। जितंेंद्र पाल शाह अध्यक्ष और विनोद बंसल महासचिव बनाए गए हैं। इसके अलावा आरडी वर्मा, देवेंद्र गोयल, इंद्रजीत सिंह उपाध्यक्ष, आरसी चौधरी, डीके मिश्रा, हेमंत शर्मा, रफी अहमद सैफी संयुक्त सचिव, मनीष मल्होत्रा कोषाध्यक्ष, जगदीश चंद्र एक्जीक्यूटिव सचिव और संदीप नागर को लीगल एडवाइजर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि उद्यमियों की मदद के लिए हर जिले में हेल्पडेस्क बनाया जाएगा
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