नई कंपनी ने 5 नए ऑटो टिपर मंगाए, सफाई कर्मियों के विरोध की अाशंका को देख नगर निगम ने एसपी से मांगा पुलिस जाब्ता
भरतपुर: मशीन से सफाई व्यवस्था का ट्रायल लेते कर्मी।आज से शहर की सफाई व्यवस्था निजी कंपनी संभालेगी। गुरुवार को सफाई, डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन और परिवहन ठेका के कर्मचारी काम पर नहीं आए जिससे कचरे का उठाव नहीं हुआ। शहर में जगह-जगह पर कचरे का ढेर देखे गए। ठेकाकर्मचारियों ने दो गुनी मजदूरी दिलाए जाने की मांग को लेकर एकीकृत सफाई व्यवस्था का काम लेने वाली कंपनी का बहिष्कार करने की घोषणा की है। जानकारी के अनुसार 634 ठेका सफाई कर्मचारी काम पर नहीं आए। ऐसे में सभी वार्डों में लगे 612 स्थाई कर्मचारियों द्वारा ही सफाई का काम किया गया। वर्तमान में सभी वार्डों में आधे स्थाई कर्मचारी तैनात हैं।ऑटो ट्रिपर चालकों के काम पर नहीं आने से दूसरे दिन भी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नहीं हो सका। निगम प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार नया ठेका लेने वाली कंपनी को एक जुलाई से काम शुरू कर देगी। कचरा परिवहन के लिए अपने संसाधनों की व्यवस्था कर ली है। ऐसे में व्यवस्थाएं बनाए रखने के लिए ठेका कंपनी को गुरुवार रात से ही कचरे का उठाव शुरु करने का निर्देश दिया गया। कलेक्टर, निगम आयुक्त ने इसका ट्रॉयल देखा। उल्लेखनीय है कि सफाई व्यवस्था निजी हाथों में देने का सफाईकर्मी विरोध कर रहे हैं। नगर निगम ने ठेकेदार से ली लॉग बुकनगर निगम ने ऑटो ट्रिपर संचालक ठेकेदार से सभी ऑटो ट्रिपरों की चाबियां और लॉग बुक ले ली है। साथ ही नई कंपनी की ओर से 15 नए ऑटो ट्रिपर मंगाए लिए गए हैं। इधर, सफाई कर्मचारियों के विरोध की आशंका को देखते हुए नगर निगम ने पुलिस अधीक्षक को पत्र भेजा है, जिसमें जरूरत पड़ने पर पुलिस जाब्ता उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है।अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस अध्यक्ष ने महापौर के नाम दिया ज्ञापनअखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के शहर अध्यक्ष राहुल मौर्य ने महापौर के नाम लेखाधिकारी पंकज गुप्ता को ज्ञापन सौंपा। जिसमें मांग की गई है कि कंपनी कभी भी शुल्क वसूलने का काम नहीं करेगी। सफाईकर्मी को 504 रुपए और चालक को 552 प्रतिदिन का भुगतान करे। रविवार को अवकाश दिया जाए।
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