पंजाब पुलिस ने गैंगस्टर बराड़ के खिलाफ फिर रेड कॉर्नर नोटिस की मांग की, कहा- CBI पहले मान जाती तो मर्डर न होता
चंडीगढ़: अगर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पंजाब पुलिस की सिफारिश मानी होती तो पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला जिंदा होते। कनाडा बैठा गैंगस्टर गोल्डी बराड़ सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश को अंजाम न दे पाता। यह दावा खुद पंजाब पुलिस ने किया है। पंजाब पुलिस ने 19 मई को CBI से 2 पुराने केस में गोल्डी बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की मांग की थी। अगर तब यह नोटिस जारी हो जाता तो पंजाब पुलिस पहले एक्शन में आ जाती। सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई को हुई है। पंजाब पुलिस ने फिर से रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की बात कही है।शार्प शूटर सौरव महाकाल। मुंबई पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद अब पंजाब पुलिस इसे प्रोडक्शन वारंट पर पंजाब लेकर आएगी।इसी बीच, मूसेवाला हत्याकांड में शामिल पहले शार्प शूटर सौरव महाकाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसे मुंबई पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार किया है। वह अंडरवर्ल्ड डॉन अरुण गवली गैंग के शूटर संतोष जाधव के साथ मूसेवाला की हत्या करने पंजाब आया है। पुलिस ने इस मामले में 8 शार्प शूटर्स की शिनाख्त की है। जिनमें 4 के हत्या में शामिल होने के पक्के सबूत मिले हैं।पंजाब पुलिस ने गोल्डी बराड़ का डोजियर तैयार किया है। जिसमें उसकी यह तस्वीर भी शामिल की गई है।CBI इंटरपोल से संपर्क करती तो रोकी जा सकती थी हत्या की साजिशपंजाब पुलिस के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या से 10 दिन पहले CBI को रेड कॉर्नर नोटिस भेजने का प्रस्ताव भेजा गया था। इसके लिए फरीदकोट के थाना सिटी में 12 नवंबर 2020 को दर्ज कातिलाना हमले और आर्म्स एक्ट और 18 फरवरी 2021 को हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज केस का हवाला दिया गया था।पंजाब पुलिस का कहना है कि 19 मई को गोल्डी बराड़ का रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो जाता। फिर नोडल एजेंसी CBI इंटरपोल से संपर्क कर उसे पिछले केस में भारत लाने की कार्रवाई करती तो उसे समय पर रोका जा सकता था। गोल्डी बराड़ 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा गया था। अब वहां बैठकर वह गैंग के जरिए पंजाब में क्राइम कर रहा है।सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को मानसा के गांव जवाहरके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस वक्त वह बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर की जगह थार जीप से जा रहे थे। उनके साथ कोई गनमैन भी नहीं था।मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़लॉरेंस गैंग का गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ही सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड है। पुलिस ने हत्या के केस में 8 बदमाश पकड़े हैं। जिन्होंने कहा कि जनवरी से ही गोल्डी बराड़ साजिश रच रहा था। उसने तभी 2 शार्प शूटर हरियाणा भेजे थे। हालांकि तब मूसेवाला की सिक्योरिटी में AK47 वाले कमांडों देख वह वापस लौट गए। यह खुलासा दिल्ली पुलिस की तरफ से गिरफ्तार किए गैंगस्टर शाहरूख ने भी किया था। इसके बाद गोल्डी बराड़ ने नए सिरे से पूरी साजिश को अंजाम दिया।गोल्डी बराड़ ने यह फेसबुक पोस्ट डालकर हत्या की जिम्मेदारी ली थी। जिसमें कहा कि विक्की मिड्डूखेड़ा का कत्ल करने के बदले मूसेवाला की हत्या की गई।गोल्डी ने खुद ली थी हत्या की जिम्मेदारीसिद्धू मूसेवाला के कत्ल के करीब डेढ़ घंटे बाद गोल्डी बराड़ ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उसका कहना था कि लॉरेंस के कॉलेज फ्रैंड विक्की मिड्डूखेड़ा का मोहाली में कत्ल हुआ था। जिसमें सिद्धू मूसेवाला का नाम आया था। दिल्ली पुलिस ने भी उसका नाम लिया था। इसके बावजूद उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं हुआ। जिस वजह से उन्होंने खुद मूसेवाला की हत्या कर दी।मूसेवाला की इसी थार जीप में ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या की गई। पुलिस जांच में पता चला कि फायरिंग में 3 तरह के हथियार इस्तेमाल किए गए हैं।मॉडर्न हथियार भी गोल्डी बराड़ ने ही दिएजांच में यह भी खुलासा हो चुका है कि मूसेवाला की हत्या करने आए शार्प शूटर्स को मॉडर्न हथियार भी गोल्डी बराड़ ने ही उपलब्ध कराए। दिल्ली पुलिस के पकड़े गैंगस्टर शाहरूख ने भी कहा था कि जब उन्होंने मूसेवाला के घर AK47 वाले कमांडों देखे तो गोल्डी बराड़ को मॉडर्न हथियार देने को कहा। फिर शाहरूख इस साजिश से अलग हो गया लेकिन मूसेवाला की हत्या में 3 तरह के हथियार चलने की बात सामने आई। जिसमें रूसी AN94 भी शामिल है।
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