पलवल। हरियाणा के पलवल में कोरोना महामारी के चलते वर्ष 2021 में विभिन्न 6 स्कूलों ने 6 बच्चों को 10वीं और 11वीं पास के जाली प्रमाण पत्रों के सहारे कक्षा 12वीं पास करा दी। हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने मामले की जांच की तो भेद खुल गया। बोर्ड सचिव की ओर से केस पुलिस को भेजा गया तो इकोनॉमी सेल की जांच के बाद अब कैंप थाने में 6 बच्चों और 6 प्रिंसिपल के खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े की धाराओं में केस दर्ज किया है। अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।इन पर हुआ केस दर्जजाली दस्तावेजों से एडमिशन देकर 12वीं कक्षा पास कराने के मामले में किशोरा विद्या मंदिर स्कूल बामनीखेड़ा, नेशनल पब्लिक स्कूल चिरवाड़ी, जेसीबी मॉडर्न स्कूल पलवल, संत ज्ञानेश्वर स्कूल पलवल, जीवन ज्योति सीनियर सेकेंडरी स्कूल पलवल और बीएन मॉडल स्कूल पलवल के प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। छात्रों में विक्रांत, भारती, विकास, करन, अनिल व चंचल और प्रिंसिपलों में रवि कुमार, घनश्याम, हितेश शर्मा, जुगनु गौर, अशोक गहलौत व अभिनन्दन के नाम FIR में हैं।ये था मामलापलवल कैंप थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि हरियाणा हरियाणा विद्यालय बोर्ड की ओर से आई शिकायत में कहा गया है कि वर्ष 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण हरियाणा सरकार व शिक्षा विभाग के आदेशानुसार बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं हुआ। जिन अभ्यर्थियों को वरिष्ठ माध्यमिक परीक्षा पूर्ण विषयों के अंतर्गत सम्मिलित होना था, लेकिन कोविड महामारी चलते परीक्षा रद्द हो गई। सरकार व शिक्षा विभाग ने तय नीति के अनुसार बोर्ड को वर्ष 2021 में परीक्षाओं के परिणाम घोषित करने थे।जिसके लिए वर्ष 2021 की परीक्षा में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के पात्रता संबंधित दस्तावेज चैक करने के उपरांत पाया कि कुछ परीक्षार्थियों के माध्यमिक सेकेंडरी प्रमाण पत्र हरियाणा शिक्षा बोर्ड की माध्यमिक परीक्षा के समकक्ष नहीं है, अर्थात माध्यमिक प्रमाण पत्र फर्जी है। उन्होंने शिकायत में कहा कि विद्यालयों को भी ऐसे परीक्षार्थियों को विद्यालयों में प्रवेश के समय परीक्षा का पात्रता से संबंधित दस्तावेज चैक करने उपरांत प्रवेश दिया जाना चाहिए था।परीक्षा परिणाम रद्दबोर्ड ने उन परीक्षार्थियों का रिजल्ट रद्द कर दिया है जिन्होंने फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर पास हुए हैं। प्रदेश में 92 विद्यालय हैं, जिन्होंने 129 परीक्षार्थियों को माध्यमिक के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर प्रवेश दिया है। जबकि पलवल जिले में 6 विद्यालयों ने 6 बच्चों को प्रवेश दिया है। कैंप थाना ने छह बच्चों के साथ छह स्कूलों के प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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