बर्रा थाने की पुलिस ने चंद घंटे में खोज निकाला, बोला…एग्जाम में नंबर कम आने के बाद डांट के डर से घर से भागा | The police of Barra police station searched in a few hours, said… after the number came down in the exam, ran away from the house for fear of scolding
कानपुर: बर्रा थाने की पुलिस ने बच्चे को महज 10 घंटे में खोज निकाला और परिजनों के सुपुर्द किया।बर्रा से किशोर लापता नहीं हुआ था, बल्कि कम नंबर आने पर परिजनों को झांसा देकर कूड़ा फेंकने के बहाने भाग निकला था। देर शाम बर्रा पुलिस ने उसे खोज निकाला तो पूछताछ में यह बात सामने आई। बर्रा पुलिस ने किशोर को परिजनों के हवाले कर दिया। परीक्षा में नंबर कम आए थे और शनिवार को पैरेंट्स मीटिंग थी। परिजनों की डांट के डर से वह घर से भाग निकला था।कूड़ा फेंकने के बहाने परिजनों को चकमा देकर खुद ही था भागाबर्रा थाना प्रभारी दीनानाथ मिश्रा ने बताया कि शनिवार सुबह आई ब्लॉक विश्व बैंक बर्रा निवासी राम बहादुर यादव का 12 साल का बेटा आशुतोष लापता हो गया था। आर्मी से रिटायर्ड राम बहादुर ने बताया कि आशुतोष कक्षा छह का छात्र है। आज सुबह करीब छह बजे वह कूड़ा फेंकने के लिए घर से सौ मीटर दूर गया था। काफी देर तक वापस नहीं आया तो उसकी खोजबीन करनी शुरू की, मगर कुछ पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने बर्रा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई।बर्रा पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से आसपास के 50 से ज्यादा मोहल्लों में सर्च अभियान चलाया और शाम को बच्चे को खोज निकाला। घर से दो किमी. दूर एक पार्क में बच्चा बैठा मिला था। पूछताछ में उसने बताया कि एग्जाम में नंबर कम आए थे और शनिवार को पैरेंट्स मीटिंग होनी थी। डांट के डर से वह घर से कूड़ा फेंकने के बहाने भाग निकला था।परिजनों का खौफ इतना की छोड़ दिया घरबर्रा थाना प्रभारी ने बताया कि बच्चे पर माता-पिता के साथ ही ट्यूशन टीचर का इतना खौफ था कि अपनी परेशानी बताने की बजाए घर छोड़कर भाग निकला। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि एग्जाम में नंबर कम आए थे। पैरेंट्स मीटिंग के बाद परिजनों की डांट-मार के साथ ही ट्यूशन टीचर के खौफ से वह घर छोड़कर भाग निकला था।
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