Baahubali The Beginning Movie Review in hindi मे बाहुबली एक महा मूवी की तरह सबके सामने आई है. बाहुबली 250 करोड़ में बनी है. आजतक तमिल , तेलगु यहाँ तक की हमारे बॉलीवुड में भी इतने बड़े बजट की फिल्म नहीं बनी है, इससे पहले राकेश रोशन की फिल्म कृष 3 150 करोड़ की बनी थी. आशुतोष ग्वाविकर की आने वाली फिल्म मोहेंजो दरो का भी बजट 230 ही है. तो इस तरह से बाहुवली भारत की सबसे महंगी फिल्म बन गई है. बजट मूवी बाहुवली ने 10 जुलाई को आते ही भारत के साथ साथ पूरी दुनिया में धमाल बना दिया.
भारत के बाहर बाहुवली 2000 से ज्यादा स्क्रीन में दिखाई जा रही है, जो की अपने आप में एक रिकॉर्ड है क्यूंकि इससे पहले ग्लोबल मार्किट में आज तक इतने ज्यादा स्क्रीन किसी फिल्म को नहीं मिले है. पूरी दुनिया में 4000 से ज्यादा स्क्रीन में लगने वाली बाहुबली ने पिछली बॉलीवुड फिल्मों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है.
बाहुबली की पहले दिन की कमाई पुरे भारत (तमिल/तेलगु/हिंदी) में 50 करोड़ के उपर रही. जो कि शाहरूख खान की फिल्म हैप्पी न्यू इयर से भी ज्यादा रही, हैप्पी न्यू इयर ने पहले दिन 45 करोड़ कमाए थे. बाहुबली मूल रूप से तेलगु में बनी है लेकिन उसे तमिल और हिंदी में डब किया गया है. बाहुबली भारत की पहली ऐसी हिंदी डब फिल्म बन गई है, जिसने रिलीज़ के पहले दिन 5 करोड़ कमाए. वहीँ दुसरे दिन 40% ज्यादा 7 करोड़ मतलब कुल मिला कर दो दिनों में 12 करोड़ कमा लिए. केरल में मुख्यतः तमिल लोग रहते है और वहां के लोग नहीं चाहते कि तेलगु फिल्म वहां ज्यादा पैसा कमाए जिस वजह से फिल्म को वहां सिर्फ 50 स्क्रीन मिली है. बाहुबली ने सिर्फ 3 दिनों में 160 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली है, जो की अभी तक किसी बॉलीवुड फिल्म ने इतने कम समय में नहीं कमाए है. 250 करोड़ में बनी यह फिल्म जल्द ही 250 करोड़ का आकड़ा छुकर अपनी भरपाई कर लेगी. फिल्म ने भारत के बाहर भी बहुत कमाई की है, अमेरिका में तेलगु version ने पहले दिन 15 करोड़ कमाए, वहीं तमिल version ने 39 लाख कमाये. कनाडा में तेलगु version ने पहले दिन 23 लाख कमाए वो भी सिर्फ 2 स्क्रीन में. अमेरिका में तेलगु version ने 2 दिनों में 22 करोड़ और तमिल version ने 1 करोड़ कमाए.
बाहुबली द बिगनिंग फ़िल्म एक नज़र में (Baahubali The Beginning movie info)
तमिल/तेलगु बैनर
अर्का मीडिया वर्क्स
हिंदी बैनर
धर्मा प्रोडक्शन
स्क्रीनप्ले और निर्देशक
एस एस राजामौली
निर्माता
शोबू यार्लादाद्दा और प्रसाद देविनेनी
कलाकार
प्रभास, राना, तम्मना, राम्या कृष्णा, अनुष्का शेट्टी, सथ्याराज, सुदीप, और अन्य
कहानी
विजेन्द्र प्रसाद
संगीत
एम एम कीरावानी
सिनेमटोग्राफी
के के सेंथिल कुमार
एडिटर
कोटागिरी वेंकटेश्वर राव
प्रोडक्शन डिज़ाइनर
साबू सायरिल
रिलीज़ तारीख
10 जुलाई
deepawali रेटिंग
3.5 स्टार
बाहुबली 1 फ़िल्म की कहानी (Bahubali 1 movie story)
बाहुबली की कहानी एक पौराणिक कहानी है, जिसमे महिष्मती राज्य होता है जिस का राजा भल्लावदेवा (राना) होता है, जो अपनी प्रजा को बहुत परेशान करता है और उन्हें अपना नौकर समझता है. फिल्म की शुरुवात में रानी सिवागमी ( रम्या कृष्णा) एक बेटे को जन्म देती है, लेकिन उसके बहुत से दुश्मन होते है जो नहीं चाहते की उसका बेटा जिन्दा रहे. तब सिवागमी अपने बेटे को एक नदी के किनारे छोड़ देती है जहाँ उस बच्चे को कुछ लोग उठा लेते है और अपने बेटे की तरह अपना लेते है वे उसका नाम सिवुदु (प्रभास) रखते है. राजा भल्लावदेवा रानी देवसेना (अनुष्का शेट्टी) को बहुत सालों से बंदी बना कर रखा गया है, वह इस उम्मीद में जिन्दा है कि उसे एक दिन उसका बेटा यहाँ से छुड़ाएगा. देवसेना को छुड़ाने के लिए उस राज्य का एक अधिकारी कत्ताप्पा एक गैंग बनता है जिसकी एक सदस्य अवंतिका (तम्मना) होती है. शिवुदु अवंतिका की ख़ूबसूरती देख मदहोश हो जाता है, और अवंतिका भी शिवुदु की हीरो जैसी बॉडी देख उससे प्यार करने लगती है. शिवुदु अवंतिका से वादा करता है कि वो देवसेना को निकलने में उसकी मदद करेगा. देवसेना कौन है, शिवुदु से उसका क्या रिश्ता है और बाहुबली कौन है ये सब जानने के लिए आपको सिमेनाघर जाकर फिल्म देखनी होगी.
बाहुबली 1 द बिगनिंग मूवी रिव्यु (Bahubali 1The Beginning Movie Review in hindi)
फिल्म को बनाने के लिए पूरी तरीके से कंप्यूटर ग्राफिक्स का उपयोग किया गया है. फिल्म में ½ घंटे का युद्ध दिखाया गया है जिसमें दो ताकतवर इन्सान लड़ते है साथ ही उनकी बड़ी सी सेना भी होती है, जिसमे हाथी, घोड़े, बैल सभी होते है. इस युद्ध में कंप्यूटर ग्राफिक्स का इतने अच्छे से उपयोग हुआ है कि दर्शक अपने दांतों तले उँगलियाँ चबाते रह जाते है. आपको यह भी हैरानी होगी कि युद्ध का मैदान रियल नहीं है वो सब कंप्यूटर ग्राफिक्स का ही कमाल है. कंप्यूटर ग्राफिक्स द्वारा सब चीजें बनाने का यह मतलब नहीं कि कलाकार को कुछ करना ही नहीं पड़ता. उनको बिना सेट के अपने अंदर की पूरी ताकत दिखानी होती है जो कि एक दम रियल लगे, मतलब उन्हें जीरो बैकग्राउंड में अपनी पूरी ताकत देनी होती है. फिल्म में इतने अच्छे चित्र दिखाए गए है कि इसे हॉलीवुड फिल्मों से तुलना किया जा रहा है.
फिल्म को बनने में 3 साल का समय लगा, जिसमे इसके मुख्या कलाकार प्रभास और राणा ने अपने किरदार के मुताबित दिन रात मेहनत की, उन्होंने इस फिल्म को अपने दिल के साथ खून भी दे दिया. दोनों मुख्य कलाकार ने अपना वजन 100 किलो के उपर करने के लिए रोजाना कड़ी मेहनत करने थे और 2500 कैलोरी खाते थे. राणा तो कहते है कि “वजन बढ़ाने के लिए में दिन भर बस खाता रहता था, मेरे घर वाले बोलते थे कि ये तो हमारे हिस्से का भी खाना खा जाता है.” फिल्म के एक सीन में प्रभास को शिवलिंग अपने कंधे पर उठाये देखा गया है, इतने कठिन सीन में भी प्रभास बहुत अच्छे फिट बैठ रहे है, जो सीन को एक दम परफेक्ट बना रहा है. फिल्म में कन्नड़ के सुपरस्टार सुदीप और फिल्म के डायरेक्टर राजामौली ने भी छोटा सा रोल किया है. प्रभास का जीवन परिचय व अनमोल वचन जानने के लिए पढ़े.
फिल्म का सेट साबू सायरिल ने तैयार किया था, जो देखने लायक है, इतने बड़े और शानदार सेट की तुलना हॉलीवुड की फिल्म से की जा रही है. साबू ने इतने बड़े सेट को तैयार कर एक अलग ही दुनिया बना दी है जो हमें आज से 500 साल पीछे ले जाती है.
फिल्म को तमिल और हिंदी में डब किया गया है, डबिंग में उतना अच्छा काम नहीं हुआ है, फिल्म के कई हिस्सों में हमे शब्द अलग सुनाइ देते है और लिप्स कुछ और बोल रहे होते है. फिल्म को 2 पार्ट में बनाया गया है यह इसका पहला पार्ट है. फिल्म के अंत में आपको लगेगा फिल्म में सब कुछ होते हुए भी कुछ कमी है. आपको कुछ अधूरापन लगेगा और आप अगली कड़ी जानने के लिए बेताब हो जायेंगे. तो आइये अब इस फिल्म का दूसरा भाग भी रिलीज़ हो गया है. बाहुबली 2 द कन्क्लूज़न फिल्म रिव्यु जानने के पढ़े.
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