उन्नाव। पहाड़ों पर हो रही भीषण बारिश से बांध उफनाने लगे हैं। जिससे वहां से पानी बराबर छोड़ा जा रहा है। इसलिए गंगा के जलस्तर में बराबर बढ़ोत्तरी हो रही है। गुरूवार देर रात से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा। चौबीस घंटे में गंगा का जलस्तर लगभग एक मीटर सात सेमी. बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। गंगा के जलस्तर में बढोत्तरी होते ही बाढ़ इलाकों में रहने वाले लोग सतर्क हो गए हैं। इधर जलस्तर बढ़ने से सावन के दिनों में गंगा स्नान करने वालों को राहत भी मिली है।पहाड़ों पर बारिश होने से ऊपर के बांधों में अधिक पानी एकत्र हो गया है, जिससे बैराज समेत कई बांधों से पानी छोड़ा गया है। जिससे गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गुरुवार सुबह शाम छह बजे 108.580 मापा गया। शुक्रवार सुबह आठ बजे 109.200 मीटर पहुंच गया है। जिसके बाद शाम छह बजे 109.650 मीटर दर्ज किया गया। आज सुबह मापा गया तो चौबीस घंटे में गंगा का जलस्तर लगभग एक मीटर सात सेमी. बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।गंगा का बढ़ा जलस्तर।तट के किनारे रखे पंडों के तख्त डूबेवहीं अचानक पानी बढ़ने से तट के किनारे रखे पंडों के तख्त पानी में डूब गए हैं। पंडों ने आनन-फानन अपने तख्त और झोपड़ियां खोलकर पानी से बाहर निकाली। गंगा की रेती काफी खुली थी, समय बीतते ही काफी डूब गई। गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण शुक्लागंज के घाटों की ओर गंगा के पानी ने रूख कर दिया है। जिससे प्रतिदिन स्नान करने वाले लोगों को ज्यादा दूर स्नान करने के लिए नहीं जाना पड़ेगा।पानी सिमट कर कानपुर छोर पहुंच गया थापिछले करीब तीन माह से गंगा के जलस्तर में काफी घटोत्तरी थी। जिसके चलते जलस्तर सिमट कर कानपुर की ओर पहुंच गया था। गंगा स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को रेत से चलकर उधर जाना पड़ता था। अब जलस्तर बढ़ने से इन दिनों स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को राहत मिली है।
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