रेवाड़ी: एक घंटा पहलेकॉपी लिंकपुलिस की गिरफ्त में आरोपी जोगेन्द्र।रेवाड़ी जिले के गांव खुरमपुर में 6 दिन पहले हुए सुशीला हत्याकांड का राज खुल गया है। हत्या करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उसका बेटा ही निकला। उसने हथौड़े से अपनी मां की हत्या की। सख्ती से पूछताछ की तो पता चला कि डेढ़ माह पहले अपनी मां के साथ मिलकर उसने पिता को भी मौत के घाट उतार दिया था।पुलिस मंगलवार को आरोपी जोगेंद्र को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी। मां की हत्या अनबन और पिता की हत्या का कारण शराब पीकर तंग करना सामने आया है।बावल डीएसपी राजेश लोहान ने बताया कि पुलिस को दी शिकायत में गांव खुरमपुर निवासी जागेंद्र ने कहा था कि वह एक कंपनी में काम करते है। वह खेतों में मकान बना कर रहते है। 1 जून को वह ड्यूटी पर गए हुए थे। उनकी 40 वर्षीय मां सुशीला घर पर अकेली थी। रात करीब 11 बजे वह घर पहुंचे तो मेन गेट बाहर से बंद था। गेट खोल कर घर के अंदर से तीन युवक बाहर की तरफ भागते हुए निकले। वह तीनों को पहचान नहीं पाया। वह घर के अंदर पहुंचे तो सीढ़ियों के निकट उनकी मां सुशीला मृत अवस्था में पड़ी हुई थी और चारों ओर खून बिखरा था। सूचना के बाद ग्रामीण व बावल थाना पुलिस मौके पर पहुंची थी और महिला के सिर व चेहरे पर तेजधार हथियार से चोट के निशान भी मिले थे।पति का मिला था शवमहिला सुशीला के पति रामनिवास की अप्रैल महीने में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। नौ अप्रैल की रात को रामनिवास घर के बाहर पशुओं के पास सो रहा था। अगले दिन सुबह उसका शव एक पेड़ पर फंदे से लटका हुआ मिला था। उस समय आत्महत्या समझ कर बिना पुलिस कार्रवाई के शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।दूसरी पत्नी थी सुशीलामृतक रामनिवास की दो शादियां हुई थी। पहली पत्नी रामरती से एक बेटा मनोहर व बेटी राजबाला थे। पहली पत्नी की मौत के बाद उन्होंने दूसरी शादी सुशीला की थी। दूसरी शादी से तीन बेटी कविता, मनीषा, सविता व एक बेटा जोगेंद्र है। तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि जोगेंद्र अविवाहित है। बावल थाना पुलिस ने जोगेंद्र की शिकायत पर हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।शक के बाद की पूछताछसुशीला के मर्डर की गुत्थी को सुलझाने के लिए बावल डीएसपी राजेश लोहान व बावल थाना एसएचओ विद्यासागर की टीम गठित की थी। पुलिस ने अपने स्तर पर जांच की तो पता लगा कि सुशीला के पति रामनिवास की मौत भी संदिग्ध थी और उसके बारे में पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई थी। रामनिवास के शव पर लोगों ने चोट के निशान भी देखे थे, जबकि परिवार ने उसे आत्महत्या करना बताया गया था। पुलिस के हाथ रामनिवास के फंदा लगा कर आत्महत्या करने के फोटो भी लगे थे। फोटो की जांच के बाद पुलिस को संदेह और बढ़ गया। पुलिस ने जोगेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों हत्या करना स्वीकार कर लिया।पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका पिता रामनिवास शराब पीकर उसे व उसकी मां को तंग करता था। नौ अप्रैल की रात को जोगेंद्र ने अपनी मां सुशीला के साथ मिल कर रामनिवास की गला दबा कर हत्या कर दी थी और शव के गले में फंदा डाल कर शीशम के पेड़ पर लटका दिया था।अगले दिन पुलिस को बिना सूचना व बिना पोस्टमार्टम के रामनिवास के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया था। अब जोगेंद्र की उसकी मां सुशीला के बीच भी अनबन रहने लगी थी और झगड़े होते थे। वारदात के दिन भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। रात को ड्यूटी से आने के बाद जोगेन्द्र ने हथौड़े से सिर में चोट मार कर अपनी मां की हत्या कर दी और परिवार व पुलिस को झूठी कहानी बता दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसे मंगलवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।खबरें और भी हैं…

Comments are closed.