केनरा बैंक में गोल्ड लोन के मुख्य महाप्रबंधक भावेंद्र कुमार ने कहा, बैंकों का कर्ज इसलिए बढ़ रहा, क्योंकि उनकी ब्याज दरें एनबीएफसी की तुलना में कम है।कई दशकों से सोने के एवज में कर्ज देने वाली गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की हिस्सेदारी अब घट रही है। इसके उलट बैंक इस क्षेत्र में तेजी से अपना कारोबार बढ़ा रहे हैं। 2019-20 से 2021-22 में जहां मुथूट और मणापुरम की कर्ज वृद्धि में भारी गिरावट आई, वहीं, इसी अवधि के दौरान एचडीएफसी और केनरा बैंकों के कर्ज में भारी तेजी आई।केनरा बैंक में गोल्ड लोन के मुख्य महाप्रबंधक भावेंद्र कुमार ने कहा, बैंकों का कर्ज इसलिए बढ़ रहा, क्योंकि उनकी ब्याज दरें एनबीएफसी की तुलना में कम है। बैंक 7.4 फीसदी की दर से जबकि एनबीएफसी 12 से 24 फीसदी के बीच में दे रहे हैं।
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