भारत में तेजी से बढ़ते ड्रोन इंडस्ट्री के बीच इस सेक्टर के कौन से 5 स्टॉक पर नजर रखनी चाहिए, समझिए निवेश रणनीति
अब ड्रोन सिर्फ डिफेंस सेक्टर के लिए प्रतिबंधित नहीं रह गया है. बल्कि कृषि, हेल्थकेयर, टूरिज्म सहित दूसरे सेक्टर्स में भी इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. भारतीय ड्रोन बाजार में हाल की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए, मार्केट एक्सपर्ट ने ड्रोन से जुड़े 5 स्टॉक्स की लिस्ट बनाई है.
मुंबई . पब्लिक लाइफ में ड्रोन की उपयोगिता लगातार बढ़ रही है. भारत सरकार भी इसे बढ़ावा देने के लिए पिछले कुछ सालों से ड्रोन पॉलिसी को उदार बना रही है. अब ड्रोन सिर्फ डिफेंस सेक्टर के लिए प्रतिबंधित नहीं रह गया है. बल्कि कृषि, हेल्थकेयर, टूरिज्म सहित दूसरे सेक्टर्स में भी इसका इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है. वहीं, ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में भी तेजी से बदलाव हो रहे हैं.
इसी बीच, अडानी एंटरप्राइजेज ने कृषि ड्रोन स्टार्टअप जनरल एरोनॉटिक्स ( General Aeronautics Private Limited) में 50 फीसदी इक्विटी हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक समझौता किया है. अडानी एंटरप्राइजेज की तरह रतन इंडिया एंटरप्राइजेज ने भारत की अग्रणी ड्रोन निर्माण कंपनी थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड (टीएएस) में 60 फीसदी हिस्सेदारी का अधिग्रहण किया है.
जुलाई 2021 में जारी हुई नई ड्रोन नीतिशेयर बाजार के जानकारों के मुताबिक, भारत सरकार अब रक्षा क्षेत्र से परे भी ड्रोन के व्यापक इस्तेमाल को देख रही है. अब, भारत सरकार ने कृषि, स्वास्थ्य सेवा और कुछ अन्य क्षेत्रों में ड्रोन का उपयोग करने की अनुमति दी है. जुलाई 2021 में जारी नई ड्रोन नीति के बाद ड्रोन कवरेज को 300 किलोग्राम से बढ़ाकर 500 किलोग्राम कर दिया गया है.
5 स्टॉक्स की लिस्टअब भारत सरकार के लिए अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट आदि जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए स्पलाई चेन सिस्टम में ड्रोन के उपयोग की अनुमति देने की संभावना अधिक है. भारतीय ड्रोन बाजार में हाल की गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए, मार्केट एक्सपर्ट ने ड्रोन से जुड़े 5 स्टॉक्स की लिस्ट बनाई है. ये 5 ड्रोन बनाने वाले स्टॉक जेन टेक, पारस डिफेंस, बीईएल, डीसीएम श्रीराम और रतनइंडिया एंटरप्राइजेज हैं.
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए भी ड्रोन उपयोगीलाइव मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के ड्रोन उद्योग पर बोलते हुए, प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड अविनाश गोरक्षकर ने कहा, “पिछले साल जुलाई 2021 में जारी उदार ड्रोन नीति के बाद, भारत के ड्रोन बाजार में बहुत सारी गतिविधियां हो रही हैं. अमेरिका की तरह, संभावना अधिक है कि भारत सरकार भी अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट आदि जैसे सप्लाई चेन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के लिए ड्रोन के उपयोग की अनुमति दे सकती है.
उन्होंने कहा कि किसी के पोर्टफोलियो में ड्रोन स्टॉक होने के महत्व को समझा जा सकता है क्योंकि अडानी एंटरप्राइजेज भी इस व्यवसाय में प्रवेश करने जा रहा है. अविनाश गोरक्षकर ने ड्रोन शेयरों के बारे में पूछे जाने पर कहा, “भारत में ड्रोन बाजार एक नई छलांग के लिए तैयार है. लिहाजा भारतीय बाजारों में लिस्टेड प्रमुख ड्रोन कंपनियों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद है. ऐसे में ज़ेन टेक, पारस डिफेंस, बीईएल, डीसीएम श्रीराम और रतनइंडिया एंटरप्राइजेज जैसे शेयरों को देख सकते हैं.
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