ग्वालियर: पिछले साल की अच्छी बारिश के बावजूद इस बार ग्वालियर जिले में भूजल स्तर तेजी से गिरा है। कारण- मार्च से जून तक गर्मी के पारे का लगातार ऊपर रहना है। जिले के 4 ब्लॉकों में 1 से 6 मीटर तक भूजल स्तर गिरा है। भूजल सर्वेक्षण इकाई-2 मई 2022 की रिपाेर्ट के मुताबिक इऩ चाराें ब्लाकाें में किए गए 100 कुओं के सर्वे में 16 फीसदी सूखे पाए गए हैं।कुओं का चयन सैंपल के आधार पर किया गया था। जबकि जनवरी 2022 के सर्वे में इन कुओं में भरपूर पानी था। अंचल के कई गांवों में सर्वे जून तक चलता है। भू-जल सर्वेक्षण इकाई-2 हर साल प्री-मानसून के पहले मई में भू-जल का सर्वेक्षण करने अपनी टीमों को पहुंचाती है। ये टीम ब्लॉक के हर गांव में चिह्नित किए गए कुएं के जल का सर्वे करती है। इससे अंदाजा लग जाता है कि आसपास कितना जल स्तर रह गया है।मुरार के गिरगांव में सबसे ज्यादा भूजल स्तर गिराडबरा- यहां के गांव समूदन में भू- जल स्तर 2.40 नीचे पहुंच गया है। इसके साथ ही पिछोर में 2.15 मीटर, गिजौरा में 2.15 मीटर नीचे चला गया।भितरवार- यहां के गांव समूदन में भू- जल स्तर 2.40 नीचे पहुंच गया है। इसके साथ ही पिछोर में 2.15 मीटर, गिजौरा में 2.15 मीटर नीचे चला गया।मुरार- इस ब्लॉक में गिरगांव में भूजल स्तर 6 मीटर तक गिरा है, जाे सबसे ज्यादा है। शेष 26 गांवों में ज्यादा जल स्तर नीचे नहीं पहुंचा, क्योंकि यहां कई जगह मुरार नदी में ट्रीटेड वाटर बहता है।घाटीगांव- यहां के रुद्र पुरा गांव में 1.15 मीटर, नौगांव में 2.50 मीटर, आरौन में 1.20 मीटर, वीलपुरा में 2.10 मीटर, तिघरा क्षेत्र में 1.25 मीटर तक जल स्तर नीचे पहुंचा है।

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