यूक्रेन के तैराक मिखाइल रोमानचुक ने विश्व तैराकी में जब 800 मीटर फ्रीस्टाइल का कांस्य पदक जीता तो उन्हें यह नहीं मालूम था कि उनके पिता ने उन्हें पदक जीतते देखा भी या नहीं। उनके पिता पूर्वी यूक्रेन में अपने शहर को रूसी कब्जे से बचाने के लिए उसके खिलाफ कई दिनों से युद्ध लड़ रहे हैं। पदक जीतने के बाद रोमानचुक ने कहा कि वह अपने पिता से बात करने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाते हैं। उन्हें डर है कि अगर वह अपने पिता से फोन पर बात करेंगे तो रूसी उनके फोन कॉल के जरिए उन्हें ढूंढ निकालेंगे। पिता उन्हें रोजाना सुबह उन्हें संदेश भेजते हैं कि वह ठीक हैं। इससे उन्हें पता लग जाता है कि वह जीवित हैं। वह इस वक्त यूक्रेन के बुरी तरह गहराए युद्ध ग्रस्त क्षेत्र में हैं।

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