राजौरी गार्डन गुरुद्वारा में कीमोथैरेपी एवं कैंसर मरीजों को निशुल्क परामर्श की सुविधा मिलेगी: हरमनजीत सिंह
राजौरी गार्डन गुरुद्वारा में कीमोथैरेपी एवं कैंसर मरीजों को निशुल्क परामर्श की सुविधा मिलेगी: हरमनजीत सिंह
नई दिल्ली, 19 जून: पश्चिमी दिल्ली के गुरुद्वारा राजौरी गार्डन जहां पहले से ही मिन्नी अस्पताल, डायलेसिस सैन्टर एवं मोतियाबिन्द का इलाज सबसे बहुत ही वाजिब फीस पर वर्ल्ड प्रसिध डाक्टर्स के द्वारा किया जा रहा है वहीं अब गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी के विशेष प्रयास से कैंसर जैसी बीमारी का इलाज भी करने की लिए खालसा कैंसर केयर की शुरुआत की गई है जिसमें फ्री ओपीडी सेवा एवं कीमोथैरेपी की सुविधा दी जा रही है।
गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष सः हरमनजीत सिंह, डा. मनदीप सिंह एवं तेजिन्दर सिंह गोया के द्वारा एक संयुक्त प्रैस कानफरेंस कर जानकारी दी गई कि गुरुद्वारा साहिब में अब कीमोथैरेपी की शुरुआत की गई है जिसमें वर्ल्ड प्रसिध डाक्टर्स की टीम के द्वारा इस थैरेपी को किया जा रहा है और इसके लिए बहुत ही वाजिब सी फीस मरीजों से ली जा रही है इसके साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले मरीजों के परिजनों के रहने की सुविधा भी गुरुद्वारा साहिब में दी जा रही है उसके लिए भी बहुत कम किराया लिया जायेगा पर सुविधाएं पांच सितारा होटल से कम नहीं होंगी। सः हरमनजीत सिंह ने बताया इसके साथ ही कैंसर के मरीजों के लिए ओपीडी सुविधा दी जा रही है जिसमें स्वयं डा. मनदीप सिंह जो कि विदेश से इस बीमारी के इलाज की शिक्षा लेकर आए हैं उनके द्वारा मरीजों को निशुल्क परामर्श एवं इलाज भी किया जा रहा है।
सः हरमनजीत सिंह ने बताया कि खालसा कैंसर केयर खोलने के लिए वर्ल्ड पंजाबी आरगेनाईजेशन के मुखी विक्रमजीत सिंह साहनी सहित अनेक श्रृधालुओं का सहयोग उन्हंे मिला जिससे इसकी शुरुआत की गई। आर्ट आफ हीलींग कैंसर एवं सी के बिरला अस्पताल के साथ भी तालमेल रखा गया है ताकि अगर किसी मरीज की हालत ऐसी होती है जिसका इलाज यहां संभव ना हो पाये तो उसे इलाज के लिए यहां भेजकर उसका इलाज करवाया जायेगा। इसके अतिरिक्त सः तेजिन्दर सिंह गोया का भी विशेष सहयोग कमेटी को मिल रहा है जिनके द्वारा मरीजों के लिए दवाईयां कंपनी रेट पर उपलब्ध करवाई जा रही है जिसमें मरीजों को 50 से लेकर 90 प्रतिशत तक की बचत होती है। सः हरमनजीत सिंह ने कहा कि वैसे तो कीमोथैरेपी के लिए बहुत ही वाजिब फीस रखी गई है पर अगर कोई जरुरतमंद मरीज ऐसा भी आ जाये जो उसे भी देने में असमर्थ हो तो उसका इलाज बिना किसी फीस के भी किया जायेगा।

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