बदायूं: बदायूं में 14 जुलाई से हाईवे से लेकर सड़कों तक बोल बम का उद्घोष गूंजेगा। कोरोना काल के बाद पाबंदियां कम होने के साथ ही कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी। ADG बरेली जोन राजकुमार ने पुलिस को अभी से होमवर्क दिया है। इसके तहत कांवड़ियों का रूटमैप समेत वाहनों के डायवर्जन का चार्ज तैयार करने का निर्देश दिया है। खासकर शिव भक्त कांवड़ियों की सुरक्षा व सहूलियतों पर अफसरों का फोकस है।सावन का महीना करीब आ रहा है। ऐसे में कांवड़ यात्रा भी निकलेगी। बदायूं के भागीरथी घाट कछला से जल लेकर लाखों कांवड़िये अपने मंदिरों को रवाना होंगे और वहां आदि देव भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करेंगे। बदायूं समेत बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर आदि कई जिलों के कांवड़िये यहां पहुंचने लगेंगे।शुक्रवार से सोमवार तक डायवर्जनआमतौर पर सोमवार को जलाभिषेक ज्यादा होता है। इसके लिए जहां लोकल के कांवड़िये रविवार सुबह कछला को रवाना होते हैं। वहीं दूरस्थ जिलों के शिव भक्त शुक्रवार से ही कछला का रुख कर लेते हैं। ऐसे में जाम व हादसों को टालने के लिए वाहनों का डायवर्जन भी लागू होता है। अधिकारी इस बार भी डायवर्जन चार्ट बनाने में जुटे हैं। पुराने चार्ट का भी अध्ययन किया जा रहा है। ताकि और सुधार हो सके। भीड़ को देखकर डायवर्जन की अवधि को बढ़ाया या घटाया भी जा सकता है।घाट पर भी व्यवस्थाएं चौकसकछला गंगाघाट पर भी व्यवस्थाएं चौकस रखी जाएंगी। अलग से कंट्रोल रूम बनेगा। इसमें पुलिस से लेकर खाद्य विभाग व पॉवर कारपोरेशन के अधिकारी कैंप करेंगे। कछला जाने वाली सड़क को गड्ढा मुक्त करने की जिम्मेदारी PWD की है। जबकि पथ प्रकाश व्यवस्था भी कराई जाएगी। ढाबों पर भोजन की गुणवत्ता भी देखी जाएगी, ताकि किसी कांवड़िये की थाली में दूषित भोजन न आ सके। वहीं घाट पर भी पर्याप्त मात्रा में गोताखोर और फ्लड PAC को तैनात रखने को कहा गया है।

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