केले को बेहद सेहतमंद और स्वादिष्ट फल माना जाता है। इसमें कई आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो पाचन, हृदय स्वास्थ्य और वजन को नियंत्रित रखने में सहायक माने जाते हैं। केले में थाइमिन, रिबोफ्लेबिन, नियासिन और फॉलिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। इसके अलावा केले में फाइबर की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है
डायबिटीज रोगियों के लिए यह एक बड़ी समस्या है कि उन्हें कौन से फलों का सेवन करना चाहिए। चूंकि केला स्वाद में मीठा होता है तो ज्यादातर लोग केला खाने से बचते हैं। हालांकि कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि मधुमेह रोगियों को केला खाना चाहिए क्योंकि इसमें फाइबर होता है। फाइबर का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में मदद करता है।
हृदय रोगों से पीड़ित लोगों को केले का सेवन जरूर करना चाहिए। केला में विटामिन-सी, फाइबर, पोटेशियम, फोलेट और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो दिल की सेहत बनाए रखने के लिए जरूरी हैं। जो लोग उच्च फाइबर वाले आहार का सेवन करते हैं, उनमें हृदय रोगों का जोखिम काफी हद तक कम होता है।
केले में फाइबर के साथ-साथ पानी की कमी को पूरा करने के भी गुण होते हैं जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। केले में फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण ही दस्त वाले रोगियों को इसके सेवन की सलाह दी जाती है। हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम वाले लोगों में सूजन, गैस और पेट में ऐंठन की समस्या को कम करने में मदद करते हैं।
यदि आप ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव की वजह से परेशान रहते हैं या फिर आपको जल्दी थकान महसूस होने लगती है तो केला का सेवन जरूर करना चाहिए। केले में पोटैशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जिससे शरीर के अंदर रक्त संचार ठीक रखता है।
केला आपके शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाता है। दरअसल, केले में प्रोबायोटिक बैक्टिरिया होता है जो आपके खाने से कैल्शियम को सोखता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
एनीमिया से ग्रसित लोगों को केले का सेवन जरूर करना चाहिए। केले में अच्छी मात्रा में आयरन भी पाया जाता है जो खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक होता है।
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