बीकानेर: जिला पर्यटन विकास स्थायी समिति की बैठक को संबोधित करते कलेक्टर।जिले में इको टूरिज्म की नई साइट्स और सुविधाएं विकसित करने के लिए वन और पर्यटन विभाग समन्वित प्रयास करें। यहां डेजर्ट सफारी सहित अन्य साहसिक पर्यटन के लिए काफी संभावनाएं हैं। यह कहना है जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल का। बुधवार को जिला पर्यटन विकास स्थायी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने कहा कि गजनेर, रायसर, दरबारी, कोडमदेसर सहित विभिन्न स्थानों पर ध्यान देते हुए माइक्रो प्लानिंग कर इन स्थानों पर पौधारोपण, घाट निर्माण, अतिक्रमण मुक्त आगोर, आकर्षक शेड्स आदि बनाने का कार्य हो।उन्होंने स्काउट कैडेट्स को सेंड आर्ट सिखाने के लिए प्रशिक्षण देने की बात कही। बजट घोषणा के तहत लक्ष्मीनाथ मंदिर और सूरसागर में होने वाले कार्य को प्राथमिकता देने को कहा। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक भानुप्रताप ढाका ने बताया कि 250 पर्यटन गाइड्स का चयन एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बैठक में नगर विकास न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित, देवस्थान विभाग की सोनिया रंगा, पर्यटन अधिकारी पुष्पेंन्द्र प्रताप सिंह आदि मौजूद रहे।

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