जालंधर: सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते कर्मचारी नेतापीआरटीसी, पनबस और रोडवेज कर्मचारियों ने मंगलवार को वेतन न मिलने समेत अन्य मांगों को लेकर चक्का जाम कर दिया। कर्मचारी बस अड्डे पर धरना देकर बैठ गए। इससे यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।कर्मचारियों का कहना था कि उन्हें वेतन नहीं मिल रहा है, इससे उन्हें अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है। इसके विरोध में कर्मचारियों ने 12:00 से बजे लेकर 2:00 बजे तक बस अड्डे पर चक्का जाम किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान बस अड्डे पर आने और जाने वाले यात्रियों को परेशानी हुई। बस कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण एक बार फिर से कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वहीं आज अमृतसर जिले में मई महीने का वेतन ना मिलने के कारण पनबस कर्मचारियों ने 2 घंटे के बस स्टैंड जाम करके रोष प्रदर्शन किया। इसके कारण बस स्टैंड पर यात्रियों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।सरकार पर ध्यान न देने का आरोपकर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार उनकी मांगों की तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है और अधिकारी टाल-मटोल वाली नीति अपना रहे हैं। इस कारण समूह वर्करों में गहरा रोष पाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार का ऐसा ही रवैया ही रहा तो वह अपने संघर्ष को और तेज करेंगे। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि सरकार द्वारा कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले कर्मियों के लिए कोई बजट नहीं बनाया गया। इस कारण वह संघर्ष करने को उतारु हो गए हैं और इसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ेगा। उन्हें बेहद परेशानी का सामना भी करना पड़ सकता है।घर पर खाने के लाले और बच्चों की स्कूल फीस नहीं दे पा रहेधरना दे रहे कर्मचारियों का कहना है कि पहले भी उन्हें दो महीने बाद एक महीने का वेतन मिला था। अब स्थिति फिर वैसी ही बन गई है। घरों पर पैसा न होने के कारण खाने के लाले पड़े हुए हैं। बच्चों के स्कूल खुलने हैं और स्कूलों में फीस एडवांस में मांगी जा रही है।ऐसे वह घरों से दूर रहकर दिनरात बसों में बिना वेतन के बिता कर कैसे गुजारा कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि आज तो दो घंटे की सिर्फ सांकेतिक हड़ताल थी लेकिन यदि मांगे न मानी और समय पर वेlन नहीं दिया तो बसों का चक्का जाम कर बड़ा कदम उठाना पड़ सकता है।

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