शिवशक्तिलाल आयुष मेडिकल कॉलेज के छात्र संदीप परमार ने शिक्षा मंत्री को लिखा – अनावश्यक फाइन के नाम पर कॉलेज प्रबंधन कर रहा प्रताड़ित
रतलाम: रतलाम में फांसी लगाकर आत्महत्या करने वाले शिवशक्तिलाल आयुष मेडिकल कॉलेज के छात्र संदीप परमार का एक पत्र सामने आने के बाद कॉलेज प्रबंधन संदेह के घेरे में हैं। कॉलेज के आक्रोशित छात्रों ने रविवार को सैलाना बस स्टैंड पर रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन किया था और कॉलेज प्रबंधन पर अवैध फीस वसूली कर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे । मृतक संदीप शाजापुर जिले के शुजालपुर का रहने वाला था । उसने शाजापुर के ही शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार के नाम एक शिकायती पत्र लिखा था जिसमे उसने कॉलेज प्रबंधन द्वारा की जा रही अवैध फीस वसूली और छात्रों को अटेंडेंस के नाम पर प्रताड़ित किये जाने की शिकायत की थी। संदीप ने कॉलेज प्रबंधन की प्रताड़ना से सभी छात्रों को छुटकारा दिलाने की मांग शिक्षा मंत्री से की थी। यह शिकायती पत्र मृतक संदीप की नोट बुक से मिला है। हलाकि मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर रतलाम ने कॉलेज प्रबंधन पर लगे आरोपों की जांच के लिए 5 सदस्यों की समिति गठित की है।संदीप का पत्र 1संदीप का पत्र 2सुसाइड नोट में लिखा – मेरा अंतिम संस्कार मामा के यहाँ करना क्योकि माँ मुझे इस हालत में देख नहीं सकेगीपुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है जिसमे उसने एक लड़की से प्रेम प्रसंग होने और 5 महीने पहले अलग होने की बात लिखी है। सुसाइड नोट में शिक्षा मंत्री को अंकलजी सम्बोधित करते हुए संदीप ने लिखा है की मुसीबतो में मेरी बहुत मदत की है, अंकलजी हो सके तो मेरे दोस्तों की फाइन वापस करवा देना । संदीप ने लिखा की मेरे सपने बहुत बड़े थे लेकिन अब सपनो को पूरा करने का मन नहीं है। मेरा अंतिम संस्कार मामा के यहाँ करना क्योकि माँ मुझे इस हालत में देख नहीं सकेगी ।पहले भी विवादों में रहा है कॉलेज,छात्रों ने लगाये गंभीर आरोपरतलाम के शिवशक्तिलाल आयुष मेडिकल कॉलेज का संचालन भाजपा नेता डॉ राजेश शर्मा कर रहे है । इससे पहले भी आयुष कॉलेज के 2 छात्र आत्महत्या कर चुके है। कुछ वर्ष पहले भी ताल निवासी एक छात्रा ने आयुष कॉलेज के हॉस्टल में आत्महत्या कर ली थी । शनिवार को आत्महत्या करने वाले संदीप परमार ने शिक्षा मंत्री के नाम एक पत्र लिखा था जिसमे कॉलेज प्रबंधन द्वारा अनावशयक लेट फीस वसूलने और प्रताड़ित किये जाने की बात लिखी गई है । कॉलेज प्रबंधन द्वारा फीस वसूली और उपस्थिति शार्ट होने के नाम पर रुपये लेने की शिकायत कॉलेज के दर्जनों छात्र कर चुके है । मृतक ने अपने नोट में यह भी लिखा है उनका बीएएमएस का कोर्स साढ़े पांच वर्ष में पूरा हो जाना था लेकिन साढ़े सात साल होने के बाद भी कोर्स पूरा नहीं हुआ ,जिसके कारण सभी छात्र आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान है।यह है मामलादरअसल शनिवार को सैलाना रोड स्थित पुखराज रेसीडेंसी के एक घर में डा. शिवशक्तिलाल शर्मा आर्युवेदिक मेडिकल कालेज के छात्र संदीप परमार निवासी शुजालपुर ने अपने रूम में फांसी लगा ली थी। वह रतलाम में रहकर बंजली स्थित डा. शिवशक्तिलाल शर्मा आर्युवेदिक मेडिकल कालेज में बीएएमएस फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहा था। 11 जुलाई से उसकी परीक्षा शुरू होने वाली थी। संदीप का रूम पार्टनर देवेंद्र गुर्जर शनिवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे कालेज चला गया था। संदीप घर पर ही था। देवेंद्र शाम करीब 5 बजे रूम पर लौटा तो अंदर से दरवाजा बंद था। आवाज देने पर भी दरवाजा नहीं खोला गया। पड़ोस के लोगों को बुलाया। खिडक़ी से झांककर अंदर देखा तो संदीप पंखे के हुक से बंधी रस्सी के फंदे से लटका था। सूचना मिलने पर पुलिस घटनस्थल पहुंची। दरवाजा तोडक़र जांच की और शव उतरवाकर जिला अस्पताल भिजवाया। पुलिस सूत्रों के अनुिसार उसके पास से सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि ये गलती कर रही है, किसी को परेशान मत करना। लेकिन मृतक संदीप की नोटबुक से मिले एक अन्य नोट में कॉलेज प्रबंधन पर सवाल खड़े किए गए हैं। जिसके बाद कॉलेज के छात्रों ने हंगामा खड़ा कर दिया है।
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