सब्जी मंडियों में लाखों पॉलीथिन बैग भरकर पहुंच रही सब्जियां; कैरेट का खर्चा बचाने व्यापारी कर रहे इस्तेमाल
भिलाई: पॉलीथिन बैग में भरकर पहुंची सब्जी।कैरेट का खर्चा बचाने पॉलीथिनभिलाई नगर निगम इन दिनों जीरो पॉलीथिन अभियान पर जोर दे रहा है। इसके लिए टीम बनाकर कार्रवाई की जा रही है, लेकिन यह कार्रवाई केवल छोटे व्यापारियों तक ही सीमित है। भिलाई की थोक सब्जी मंडी में हर दिन लाखों पॉलीथिन बैग में सब्जी भरकर किसानों व फार्म हाउस से मंगाई जा रही है। यह सब खुलेआम हो रहा है, लेकिन निगम के जिम्मेदार अधिकारियों इस पर ध्यान नहीं दे रहे।नगर निगम भिलाई की टीम नो पॉलीथिन अभियान चलाकर छापेमारी करके दुकानदारों से पॉलीथिन जब्त कर रही है। 14 जुलाई को भी निगम की टीम ने 26 जगहों पर कार्रवाई करके 16 हजार से अधिक जुर्माना वसूल किया था। भास्कर की टीम जब इस मामले को लेकर ग्राउंड जीरो पर गई तो चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई।आकाश गंगा थोक सब्जी मंडी सुपेला पॉलीथिन से अटी पड़ी थी। यह वो पॉलीथिन है जिसमें किसान या फार्महाउस के पास से सब्जी भरकर व्यापारी लाते हैं। 10-15 किलो सब्जी से भरे ये पॉलीथिन बैग हर दिन लाखों की संख्या में मंडी पहुंचाए जाते हैं। सुबह और शाम के समय तो पूरी मंडी इन्हीं पॉलीथिन बैग से भर जाती है। इसके बाद भी निगम के जिम्मेदार अपनी आंख मूंदे बैठे हैं। निगम पीआरओ प्रवीण सर्वे का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। पता लगाकर कार्रवाई की जाएगी।हर दिन सैकड़ों गाड़ी में मंगाई जाती है सब्जीकैरेट का खर्च बचाने के लिए कर रहे उपयोगव्यापारियों ने बताया कि सब्जी सही मायने में प्लास्टिक के कैरेट में भरकर आनी चाहिए। कैरेट का खर्च बचाने के लिए किसान और व्यापारी पॉलीथिन का उपयोग कर रहे हैं। कुछ व्यापारियों का कहना है कि कैरेट का पैसा बचाकर व्यापारी अपना बड़ा नुकसान कर रहा है। पॉलीथिन में पैक सब्जी 10-12 घंटे के बाद खराब होने लगती है, वहीं कैरेट में रखी सब्जी 2 से 3 दिन भी चल जाती है।पॉलीथिन में सब्जी जल्द हो जाती है खराबदो दिन कार्रवाई के बाद निगम नहीं देता ध्यानवहीं आकाश गंगा के एक व्यापारी मनोज गुप्ता का कहना है कि फार्म और किसानों के पास से पॉलीथिन में पैक होकर सब्जी मंगाई जा रही है। इस पर रोक लगाने के लिए निगम के अधिकारियों को कार्रवाई करनी चाहिए। निगम की टीम दो दिन आती है और फिर नहीं आती। जब तक सख्ती के साथ इस पर कार्रवाई नहीं करेंगे पॉलीथिन बंद नहीं हो सकती है। व्यापारी भी चाह रहा है कि पॉलीथिन बंद हो क्योंकि उसमें पैक होकर सब्जी आने से 24 घंटे के अंदर खराब हो जाती है।सुबह-शाम मार्केट में दिखते हैं सब्जी से पैक पॉलीथिन के पैकेटहर दिन सैकड़ों गाड़ियां आती है हरी सब्जीआकाश गंगा और पावर हाउस सब्जी मंडी में दुर्ग जिले के धमधा, पाटन, नेवई और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित फार्म हाउस और किसानों से सब्जियां मंगाई जाती है। यहां हर दिन 300-400 छोटे माल वाहकों में हरी सब्जी पहुंचती है। ये सारी सब्जी इन्हीं पॉलीथिन के बैग में पैक होकर लाई जाती है।
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