रोहतक: घायल छात्रों की जानकारी देते हुए चिकित्सकसोनीपत में 23 जून को हुई सड़क हादसे में रोहतक पीजीआई के तीन छात्रों की मौत गई थी। वहीं तीन घायल हो गए थे। तीनों घायलों को उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया। इन तीनों का ईलाज हो चुका है। जिनमें से एक छात्र स्वस्थ होकर छुट्टी मिलने के बाद घर लौट चुका है और अन्य दो छात्रों को जल्द ही छुट्टी मिलने की उम्मीद है। पीजीआई रोहतक के हड्डी रोग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. उमेश यादव ने बताया कि 23 जून को हुए सड़क हादसे में पीजीआई के तीन छात्रों की मौत हो गई थी और तीन गंभीर रूप से घायल हो गए थे। तीनों घायलों को रोहतक पीजीआई में भर्ती करवाया गया। घायलों में से छात्र अंकित की दोनों थाई बोन में फ्रैक्चर था और ठीक रहने के बाद कोहनी को प्लास्टर लगाया गया। दूसरे छात्र नरवीर के जो भी फ्रैक्चर थे उनको एक ही साथ आपरेट किए। छह घंटे चले आपरेशन में के 48 घंटे बाद चलने लायक हो गया था, जिसे छुट्टी मिल चुकी है। तीसरे छात्र सोमबीर को सबसे अधिक चोट थी। उसके सिर व बाएं साइड के हाथ व पैरों की हडि्डयां टूटी हुई थी। सिर की चोट की वजह से कुछ दिन आब्जर्वेशन में रखा। जिसके बाद दोनों पांव का आपरेशन किया और 48 घंटे बाद हाथ का आपरेशन किया गया। अभी तीनों छात्र ठीक हैं। पीजीआई की तरफ से तीनों छात्रों का ईलाज लगभग पूरा हो चुका है। कुछ समय में तीनों छात्र पूर्ण रूप से स्वस्थ हो जाएंगे।एक छात्र बीडीएस व दो छात्र एमबीबीएस का छात्रडा. उमेश यादव ने बताया कार में सवार छह छात्रों में से दो आगे थे, जिनकी मौत हो गई थी। वहीं पीछे की सीट पर बैठे चार छात्रों में से एक की मौत हो गई और तीन घायल हैं। घायल नरवीर बीडीएस द्वितीय वर्ष का छात्र है और अंकित व सोमबीर एमबीबीएस के छात्र हैं।जल्द पढ़ाई शुरू कर पाएंगे छात्रनरवीर का आपरेशन हो चुका है। वह दो-तीन हफ्ते में रुटीन में आ सकता है। अंकित को ठीक होने में एक से डेढ़ महीने का समय पूर्ण ठीक होने में लगेगा। सोमबीर ढाई से तीन महीने स्वस्थ होगा और अपनी नियमित पढ़ाई भी सुचारू कर पाएंगे।सोमबीर को थे 7 फ्रैक्चरडा. उमेश यादव ने बताया कि सोमबीर को 7 फ्रैक्चर थे। जिनमें से पांच फ्रैक्चर ठीक कर दिए हैं, अन्य दो समय के साथ ठीक हो जाएंगे। नरवीर को 5 फ्रैक्चर थे, जो सभी ठीक हो चुके हैं। वहीं अंकित को तीन फ्रैक्चर थे, जो आपरेट हो चुके हैं।-पीजीआई रोहतक के सीनियर प्रोफेसर एवं यूनिट-2 हेड डा. रूप सिंह ने कहा कि इस तरह के हादसे दर्दनाक होते हैं। इसलिए सभी को सावधानी बरतनी चाहिए। जो भी लोग वाहन चलाते हैं, तो सावधानी पूर्वक चलाएं। कई बार लापरवाही खुद ही नहीं दूसरों पर भी भारी पड़ जाती है। युवा वर्ग लापरवाही में वाहन चलाते हुए हादसों का कारण भी बन जाते हैं।
यह भी पढ़ें
6413400cookie-checkसोमबीर को 7, नरवीर को व अंकित को थे 3 तीन फ्रैक्चर, एक छात्र को मिली छुट्टी
Comments are closed.