रेवाड़ी: नगर पालिका कर्मचारी संघ के जिला प्रधान ईश्वर सिंह बोडवाल को अपनी शिकायत देते हुए सेवादार वेदप्रिय।हरियाण के रेवाड़ी जिले के कस्बा धारूहेड़ा नगर पालिका में बतौर सेवादार कार्यरत वेदप्रिय ने डीएमसी पर मानसिक शोषण व स्पेशल इलाज करने की धमकी देने का आरोप लगाया है। वहीं डीएमसी ने सेवादार के आरोपों को सिर से नकार दिया है।शुक्रवार को सर्व कर्मचारी संघ संबंधित नगर पालिका सर्व कर्मचारी संघ के नाम ज्ञापन सौंपते हुए धारूहेड़ा नगर पालिका में ग्रुप-डी के तहत सेवादार वेदप्रिय ने बताया कि जिला नगर आयुक्त गुरुवार को तेज बारिश की वजह से हुए जलभराव के बाद धारूहेड़ा में निरीक्षण करने पहुंचे थे।वेदप्रिय का कहना है कि निरीक्षण के दौरान ही डीएमसी नगर पालिका में भी पहुंचे थे। यहां उनके कर्मचारी और पार्षद भी थे। वेदप्रिय का आरोप है कि उसी दौरान डीएमसी ने उन्हें अपनी गाड़ी के पास बुलाया और कहा कि उनका नाम तो पता ही होगा गोल-गोल घुमाकर ऑलराउंडर बना दूंगा।वेदप्रिय ने आरोप लगाया कि उनके साथ बदसलूकी की और अभद्र भाषा का प्रयोग किया। इतना ही नहीं वेदप्रिय ने आरोप लगाया कि डीएसपी ने उन्हें कल से अपने ऑफिस में बुलाकर वहां ड्यूटी के जरिए स्पेशल इलाज करने की भी बात की और मानसिक शोषण की धमकी दी। शिकायत की एक-एक कॉपी डीसी, धारूहेड़ा शाखा, एसकेएम, इकाई प्रधान को भी भेजी गई है।वहीं डीएमसी भारत भूषण गोगिया ने आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि उनके बीच कोई ऐसी बात नहीं हुई। जो भी आरोप लगाए हैं, वह निराधार हैं। स्टाफ कम होने की वजह से रेवाड़ी ऑफिस से काम करने की बात जरूर हुई थी। जिस वक्त यह बातचीत हुई पालिका के वाइस चेयरमैन, पार्षद भी मौके पर ही थे।वहीं धारूहेड़ा नगर पालिका के वाइस चेयरमैन अजय जांगड़ा ने वेदप्रिय के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि वेदप्रिय अच्छा कर्मचारी है। डीएमसी ने भी उनके अच्छे काम के चलते ही उन्हें रेवाड़ी बुलाने की बात की थी। इसके अलावा कोई बदसलूकी या फिर शोषण जैसी कोई बात नहीं हुई।
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