स्टेपल पिन बनाने का व्यापार शुरू कैसे करें ( Staple pin Making or Manufacturing business plan, machine price in Hindi)
स्टेपल पिन का व्यापार एक ऐसा व्यापार है जिसे आसानी से शुरू किया जा सकता है. इस व्यापार के माध्यम से आप अच्छा खासा मुनाफा कमा सकते हैं. वहीं स्टेपल पिन व्यापार की मांग भी बाजार में काफी तेजी से बढ़ रही है. स्कूल, दफ्तर, कॉलेज और बैंकों से लेकर लगभग हर जगह स्टेपल पिन की जरूरत पड़ती है. इसलिए अगर आप इस व्यापार को शुरू करते हैं, तो आप आसानी से अपने व्यापार का विकास भी कर सकते हैं. आपके द्वारा बनाई गई पिन को आप कई जगहों पर बेच सकते हैं. आखिर कैसे शुरू करें स्टेपल पिन का व्यापार और इस व्यापार से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां आज आपको हम देने जा रहे हैं.
कैसे शुरू करें स्टेपल पिन व्यापार (How to start staple pin Making business )
इस व्यापार को शुरू करने से पहले आपको ये अच्छे से पता होना चाहिए, कि आखिर स्टपेल पिन कैसे बनाई जाती है और इनको बनाने में इस्तेमाल होने वाला सामान और मशीन को कहां से खरीदा जाए एवम् इनकी बाजार में कितनी कीमत है.
स्टेपल पिन व्यापार से जुड़ी मशीन (Automatic staple pin making machine price in hindi)
स्वचालित स्टेपल पिन मशीन के जरिए आप आसानी से ये पिन बना सकते हैं. इन पिन को बनाने के लिए आपको बस इसी मशीन की जरूरत पड़ेगी. इसके अलावा मशीन को खरीदते समय एक बार देख लें, कि मशीन सही तरह से काम कर रही है कि नहीं. इसके अलावा ये भी पता कर लें, कि मशीन द्वारा कितने समय में कितनी स्टेपल पिन बनाई जाती है.
कहां से खरीदें ये मशीन (Place to buy automatic staple pin making machine)
इस मशीन को आप बाजार या फिर ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए भी खरीद सकते हैं. वहीं इस मशीन की कीमत की बात करें, तो इनकी कीमत एक लाख रुपए से शुरू होती है. नीचे बताए गए लिकं पर जाकर आप इस मशीन को आसानी से खरीद सकते हैं.
https://www.tradeindia.com/manufacturers/staple-pin-making-machine.html
https://www.exportersindia.com/indian-suppliers/staple-pin-making-machine.htm
स्टेपल पिन व्यापार से जुड़ी सामग्री और उनकी कीमत (stapler pins raw material and price)
मशीनों के अलावा जो दूसरी चीज इस व्यापार को शुरू करने के लिए आपके पास होनी चाहिए वो कच्चा सामान है. आप चाहें तो तांबा या फिर लोहे में से किसी भी धातु को इस्तेमाल करके ये पिन बना सकते हैं. वहीं इन धातुओं की कीमत की बात करें तो प्रति किलो तांबे की तार की कीमत 500 रूपए से शुरू होती है. वहीं लोहे की तार आपको तांबे से सस्ती पड़ती हैं. ये तार आपको बाजार में 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से मिल जाएगी. ये दोनों धातुएं आपको आसानी से बाजार में उपलब्ध होंगी. इसके अलावा स्टेपल पिन कई साइज या आकार की होती हैं. इसलिए आप किस आकार की ये पिन बनाना चाहते हैं ये पहले से सोच कर तय कर लें. इसी तरह आप लोहे के माध्यम से कील बनाने का व्यापार भी कर सकते है.
स्टेपल पिन बनाने की प्रक्रिया (Process of making staple pin)
स्टेपल पिन बनाने के लिए सीधे तौर पर स्वचलित मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, मतलब बस आपको मशीन चलाना ही सीखना है. पिन बनाने के लिए आपको स्वचालित स्टेपल पिन मशीन के अंदर तांबे या फिर लोहे की तार डालनी होगी. जिसके बाद ये मशीन अपने आप इन तारों को पिन के आकार में बना देगी. मशीन से पिन बनकर निकलने के बाद आपको इन्हें एक जगह पर इकट्ठा करना होगा. इकट्ठा की हुई पिन को फिर आपको अलग –अलग डब्बे में डालना (pack) होगा.
व्यापार का पंजीकरण (License process)
किसी भी व्यापारी के लिए अपने व्यापार का पंजीकरण करवाना काफी जरूरी होता है. इसलिए अपने व्यापार को शुरू करने से पहले इसके पंजीकरण से जुड़ी सारी जानकारी अच्छे से हासिल कर लें. आपको अपने व्यापार के लिए एक नाम भी सोचना होगा. इस नाम पर आप के व्यापार का पंजीकरण किया जाएगा. जिसके बाद आपको स्थानीय प्राधिकरण द्वारा ट्रेड लाइसेंस और वैट लाइसेंस दिया जाएगा और इनको हासिल करते ही आप अपना व्यापार शुरू कर सकेंगे.
पिन की पैकेजिंग और लेबलिंग (staples pin packaging and labeling)
जब मशीन द्वारा आपकी पिन बनकर तैयार हो जाएंगी, तो आपको उन पिन को पैक करना होगा. इसके लिए आपको कुछ कार्टन बॉक्स की जरूरत भी पड़ेगी. स्टेपल पिन को अक्सर छोटे बॉक्स में ही पैक किया जाता है. इसलिए आपको छोटे गत्ते के बॉक्स की जरूरत पड़ेगी. आप इन बॉक्स को गत्ते के बॉक्स बनाने वाले व्यापारी से बनवा सकते हैं. और याद रहे कि इन बॉक्स पर अपनी कंपनी का नाम और पता जरूर लिखवा लें.
स्थान का चयन (Space required for business)
इस व्यापार को केवल एक मशीन से शुरू करने पर आपको ज्यादा बड़े स्थान की जरूरत नहीं पड़ेगी. वहीं अगर आप एक से ज्यादा मशीनों के जरिए इस व्यापार को चलाना चाहते हैं, तो आपको बड़े स्थान की जरूरत पड़ेगा. इसके अलावा ये ध्यान में रखें की उस जगह पर बिजली की सुविधा अच्छी हो. स्टेपल पिन मेकिंग मशीन संचालित करने के लिए 1 एचपी मोटर और 220 से 440 वोल्ट की आवश्यकता पड़ती है.
लोगों का चयन (recruitment of employees)
आपको कुछ लोगों को काम पर भी रखना होगा. इन लोगों का चयन करते हुए अच्छे से इन्हें अपने कार्य के बारे में समझा दें और कोशिश करें कि इस व्यापार के लिए किसी ऐसे व्यक्ति को चुने, जो कि हर तरह के काम करने में सक्षम हो.
सावधानी बरतना भी है जरूरी (precaution)
जिस जगह से आप अपने इस व्यापार को शुरू करने जा रहे हैं, उस जगह के आस पास के माहौल को भी अच्छे से देख लें. साथ ही अपने सामान को हमेशा सुरक्षित स्थान पर ही रखें. इसके अलावा गत्ते के सामान को बिजली के उपकरणों से दूर ही रखें.
अपने व्यापार का प्रोमोशन (Marketing)
आज के दौर में अपने व्यापार का प्रचार करना काफी महत्वपूर्ण हो गया है. इसलिए आपको भी अपने व्यापार से जुड़े लोगों को अपने व्यापार के बारे में जानकारी देना जरूरी है. ऐसा करने से आप के काम को ज्यादा लोगों के बीच तक पहुंचाया जा सकता है. और ज्यादा लोग आपके सामान को खरीद सकेंगे. कोशिश करें, कि आप किसी स्कूल या दफ्तर में सीधे जाकर अपना सामान उन्हें बेच सकें. ऐसा करने से उनको ये सामान सस्ता पड़ेगा और आप के भी अच्छे खासे क्लाइंट बन जाएंगे. इसी तरह आपका व्यापार ज्यादा जल्दी फैल सकेगा.
व्यापार का बजट (business start-up costs)
किसी भी व्यापार को शुरू करने से पहले उस व्यापार से जुड़े बजट को तैयार करना जरूरी होता है. वहीं इस व्यापार के बजट की बात करें तो इस व्यापार को शुरू करने के लिए 3 लाख रुपए तक की जरूरत पड़ेगी.
छोटे स्केल से भी शुरू कर सकते हैं ये व्यापार (small and large scale business)
आप इस व्यापार को छोटे स्केल से भी शुरू कर सकते हैं. आप इस व्यापार की शुरुआत केवल एक मशीन की मदद से भी कर सकते हैं. वहीं अगर आपके पास ज्यादा बजट है तो आप तीन या चार मशीनों को खरीद कर इस काम को शुरू कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसे और बढ़ा सकते हैं.
लोन लेने की सुविधा (loan facility)
अगर आप के पास व्यापार को शुरू करने के लिए पैसे कम पड़ रहे हैं तो आप लोन का सहारा ले सकते हैं. ऐसे कई सारे सरकारी और निजी बैंक है जो की लोन की सुविधा देते हैं. आप किसी भी बैक में जाकर लोन के लिए अप्लाई कर दें. हालांकि किसी भी बैंक से लोन लेने से पहले तीन चार बैंकों के ब्याज दरों का पता कर लें. जिस बैंक की ब्याज दर कम लगे वहां से आप लोन ले लें. वहीं लोन लेते समय आपको कुछ गारंटी के तौर पर बैंक को देना होगा.

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