नई दिल्ली । देश के सबसे बड़े और बहुचर्चित शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है। मुकेश अंबानी का साम्राज्य अडानी की तुलना में बड़ी तेजी के साथ पिछड़ रहा है। मुकेश अंबानी वर्तमान स्थिति में सरकार और वित्तीय संस्थानों द्वारा गौतम अडानी को मदद करने से नाराज हैं। वर्तमान राजनैतिक स्थिति में उन्होंने मौन धारण कर रखा है। औद्योगिक जगत में चर्चा होने लगी है कि जल्द ही दोनों उद्योग पतियों की जंग सतह पर आ सकती है। मुकेश अंबानी कोई बड़ा धमाका कर सकते हैं।
गौतम अडानी समूह लगातार मुकेश अंबानी के रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह के व्यापार और व्यवसाय में अपना दखल बढ़ाता जा रहा है। हाल ही में अडानी समूह ने 5G स्पेक्ट्रम के माध्यम से टेलीकॉम क्षेत्र में अपना दखल बढ़ाया। इसके अलावा पेट्रोकेमिकल,ग्रीन एनर्जी,मीडिया, टेलीकॉम सेक्टर, बायोगैस सेक्टर में अडानी समूह की पैठ बढ़ने से रिलायंस समूह की ताकत बड़ी तेजी के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जगत में कम हो रही है।
सरकार के समर्थन और वित्तीय संस्थाओं द्वारा लगातार कर्ज उपलब्ध होने से अडानी समूह का नेटवर्थ बड़ी तेजी के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ रहा है।
मुकेश अंबानी इन सारी स्थितियों पर नजर रख रहे हैं। दोनों ही उद्योगपति गुजरात के हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के रिश्ते मुकेश अंबानी और गौतम अदानी दोनों के साथ हैं। दोनों दिग्गज नेताओं का झुकाव गौतम अडानी की तरफ बढ़ने से धीर गंभीर मुकेश अंबानी ने हाल फिलहाल चुप्पी साध रखी है। जिस तरह से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिलायंस इंडस्ट्रीज का दबदबा कम हो रहा है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिलायंस समूह के लिए अवसर कम हो रहे हैं। उससे मुकेश अंबानी की चिंताएं बढ़ गई हैं।अंदर खाने के सूत्रों की माने तो जल्द ही मुकेश अंबानी अपने स्तर और अस्तित्व को बचाए रखने के लिए गौतम अडानी को लेकर कोई बड़ा धमाका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर सकते हैं। औद्योगिक जगत में अडानी और अंबानी समूह की प्रतिस्पर्धा एक जंग के रूप में परिवर्तित होती जा रही है। इसको लेकर औद्योगिक जगत अटकलों का दौर शुरू हो गया है।

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