अलग-अलग कृषि उत्पादों से संबंधित कार्य करें एफपीओ, संस्थाएं जिले में कार्यालय खोल स्टॉफ की करें नियुक्ति
बस्ती: बस्ती जिला निगरानी समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। डीएम ने FPO की समीक्षा करते हुए कहा कि जनपद के सभी ब्लॉक में महिला स्वयं सहायता समूहों का कृषि उत्पादक संगठन (एफपीओ) गठित किया जाए। FPO अलग-अलग कृषि उत्पादों से संबंधित कार्य करें।समीक्षा में पाया कि बहादुरपुर, सल्टौआ गोपालपुर में सब्जी उत्पादन, गौर, रामनगर में गन्ना से संबंधित कार्य करने के लिए FPO का गठन किया गया है। बस्ती सदर, सॉऊघाट, विक्रमजोत, परसरामपुर, कुदरहॉ, हर्रैया, कप्तानगंज में एफपीओ गठन करने के लिए अनुमति प्रदान की गई।डीएम ने कहा, “अयोध्या में फूलों की पर्याप्त खपत है, इसे देखते हुए अयोध्या से सटे ब्लॉक में फूलों की खेती कराई जाए। कप्तानगंज में बायोफ्यूल तैयार करने के लिए एफपीओ का गठन किया जा सकता है। सॉउघाट में सब्जी की खेती का चयन किया जा सकता है।”डीएम ने अधिकारियों के साथ बैठक की।डीएम ने निर्देश दिया कि एफपीओ का गठन कराने वाली सभी संस्थाएं अपना कार्यालय जिले में खोले, स्टाफ की नियुक्ति करें। अभी तक केवल पूर्वांचल ग्रामीण सेवा समिति गोरखपुर ने अपना कार्यालय खोला है। निर्देश दिया कि कृषि विभाग के शक्ति पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन करा लें, खाद, बीज, कृषि रसायन के व्यवसाय के लिए लाइसेंस प्राप्त कर लें।लीड बैंक मैनेजर अविनाश चन्द्रा ने कहा, “इस योजना के तहत वर्ष 2023-24 तक 10 हजार नए एफपीओ गठित किए जाएंगे। योजना अवधि में एफपीओ को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए सहयोग किया जाएगा। नाबार्ड के जिला प्रबंधक मनीष कुमार ने कहा, “एफपीओ गठन का कोई लक्ष्य निर्धारित नहीं है। पोर्टल पर वर्तमान समय में बस्ती जनपद से 9 आवेदन प्राप्त हुए है, जिसमें से 7 स्वीकृत हुआ है।”बैठक में उप निदेशक कृषि अनिल कुमार, उपायुक्त एनआरएलएम रामदुलार, जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, मत्स्य के संदीप वर्मा, उद्यान के विनोद मौर्या, वैज्ञानिक डा. बीबी सिंह, एफपीओ गठित कराने वाली संस्थाओं के प्रतिनिधि, प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे।

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