
आशीष नेहरा और एमएस धोनी
आईपीएल में इस वक्त सभी टीमों के बीच रोचक मुकाबले खेले जा रहे हैं। सभी टीमें अब पांच से छह मैच खेल चुकी हैं, यानी आधा पड़ाव आने को है। जब टीमें सात सात मैच खेल लेती हैं, उसके बाद प्लेऑफ की रेस काफी दिलचस्प हो जाती है। प्लेऑफ यानी टॉप 4, जो टीमें 14 मुकाबलों के बाद टॉप चार में अपनी जगह बनाती हैं, वो आगे चली जाती हैं, वहीं बाकी छह टीमें का सफर खत्म हो जाता है। इस बार की बात करें तो टॉप चार में उन टीमों का दबदबा नजर आता है, जो अब तक आईपीएल का खिताब नहीं जीत पाई हैं, वहीं चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस की टीमें पीछे नजर आ रही हैं।
अभी अंक तालिका में गुजरात टाइटंस सबसे आगे
अभी की बात करें तो गुजरात टाइटंस की टीम अंक तालिका में सबसे आगे चल रही है। हालांकि कुल मिलाकर चार टीमों के आठ आठ अंक हैं, लेकिन जब टीमों के अंक बराबर होते हैं तो फिर आगे और पीछे का फैसला नेट रन रेट के आधार पर होता है। अब तक छह में से चार मैच जीतकर और आठ लेकर गुजरात टाइटंस की टीम आगे है और खास बात ये भी है कि टीम का नेट रन रेट भी काफी अच्छा चल रहा है। ये अकेली ऐसी टीम है, जिसका एनआरआर 1 से ज्यादा का है।
दिल्ली कैपिटल्स, आरसीबी और एलएसजी भी टॉप 4 में बरकरार
इसके बाद अगर बाकी टीमों की बात की जाए तो दिल्ली कैपिटल्स के भी पास आठ अंक हैं, ये बात और है कि टीम ने अब तक पांच ही मैच खेले हैं। उसमें से टीम ने एक ही मुकाबला हारा है, बाकी चार मैच जीतने में कामयाब रही है। आरसीबी की टीम भी आठ अंक अर्जित कर चुकी है और उसके पास आठ अंक हैं। एलएसजी ने छह मैचों में आठ अंक हासिल किए हैं। केवल इन्हीं चार टीमों के पास आठ आठ प्वाइंट्य हैं। इसमें से तीन टीमें दिल्ली कैपिटल्स, आरसीबी और एलएसजी ने अब तक एक ही बार आईपीएल का खिताब अपने नाम किया है। केवल टॉप की टीम गुजरात ने साल 2022 में आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम की है।
सीएसके की टीम एक ही मैच जीतकर सबसे आखिरी नंबर पर
कोलकाता नाइट राइडर्स और पंजाब किंग्स की टीमें भी ज्यादा पीछे नहीं हैं, उनके पास छह अंक हैं। एक और मैच जीतते ही उनके भी आठ अंक हो जाएंगे। वहीं मुंबई इंडियंस, राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के पास चार चार अंक हैं। इन्हें आने वाले दिनों में अपने लगातार दो से तीन मैच जीतने ही होंगे, तभी ये प्लेऑफ की रेस में बनी रह पाएंगी, नहीं तो काफी देर हो जाएगी। बात अगर पांच बार की चैंपियन सीएसके की करें तो उसके पास छह मैचों के बाद केवल दो ही अंक हैं, जो टीम के लिए टेंशन का सबब है। अगर उसे यहां से तीन चार मैच जीतने ही होंगे, नहीं तो फिर प्लेऑफ की राह करीब करीब बंद हो जाएगी। देखना होगा कि आने वाले मैचों में टीमें किस तरह का प्रदर्शन करती हैं।
