प्रयागराज: यह तस्वीर उन आरोपियों (मास्क पहने )की है, जिन्होंने मांडा में लूट की घटना का अंजाम दिया।प्रयागराज के मांडा के टिकरी गांव में 13 अगस्त की रात व्यापारी पर हमला कर 4.69 लाख रुपये की लूट मामले में आज पुलिस ने खुलासा कर दिया। लूटकांड की घटना उधारी के रुपये चुकाने के लिए की गई थी। घटना को अंजाम देने वाले दो सगे भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से लूट की पूरी रकम, तमंचे-कारतूस और लूट में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली गई है।एसएसपी शैलेष कुमार पाण्डेय ने लूट की वारदात का खुलासा करते हुए पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।तीन लाख रुपये का कर्ज चुकाने के लिए व्यापारी को लूटामांडा लूटकांड के बारे में गुरुवार को एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि आरोपी नीरज पाण्डेय ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनके ऊपर कर्ज बहुत ज्यादा हो गया था। जमीन आदि बेचकर करीब 9 लाख रुपये उधारी चुका दिया था, पर इसके बाद भी तीन लाख रुपये से ज्यादा उधारी और शेष बची थी। उधारी देने वाले लगातार पैसा वापस करने का दबाव बना रहे थे। उधारी चुकाने के लिए ही साजिश रच लूट को अंजाम दे दिया। एसएसपी ने बताया कि लूटकांड के खुलासे के लिए एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित के नेतृत्व में मांडा थाना प्रभारी अरुण कुमार और एसओजी यमुनापार होमवर्क कर रहे थे। फूलचंद्र ने एक कंपनी की एजेंसी भी ले रखी है। एजेंसी में काम करने वालों की सूची बनाई तो इसमें सेल्समैन नीरज पांडेय निवासी धरावनारा मांडा की भूमिका संदिग्ध नजर आई। गोपनीय जांच से साफ हुआ कि वह इन दिनों घर में नहीं रह रहा है। शक होने पर नीरज के चचेरे भाई कमलेश पांडेय को पकड़ा गया तो पूछताछ में वह टूट गया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने नीरज को भी दबोच लिया। नीरज और कमलेश ने रेकी करने के बाद लूट अंजाम दी थी।इसी तार के कठोर केबल और तमंचे के बल से लूट की घटना की गई थी।13 अगस्त की रात घर जाने के दौरान व्यापारी से हुई थी लूटमांडा थाना क्षेत्र के टिकरी गांव के रहने वाले फूलचंद जायसवाल गांव में अमित इंटरप्राइजेज के नाम से हिंदुस्तान लीवर की एजेंसी संचालित करते हैं। एजेंसी से उनके घर की दूरी करीब 500 मीटर है। 13 अगस्त की रात दुकान बंद कर कलेक्शन का 4 लाख 69 हजार रुपये एक झोले में लेकर फूलचंद साइकिल से अपने घर जा रहे थे। रास्ते में अभी वह मात्र 200 मीटर आगे बढ़े होंगे कि पीछे से बाइक से आए तीन नकाबपोश बदमाशों ने उनके ऊपर हमला कर दिया। हार्ड केबल से मारकर उन्हें साइकिल से नीचे गिरा दिया और रुपयों से भरा झोला लेकर भाग गए। अचानक हुई इस घटना से फूलचंद्र अवाक रह गए। जब तक वे चिल्लाते बदमाश दूर निकल चुके थे।

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