समाजवादी पार्टी की कैराना से सांसद इकरा हसन और सहारनपुर के एडीएम प्रशासन संतोष बहादुर सिंह के बीच हुए कथित अभद्र व्यवहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव के X पोस्ट के बाद पार्टी के नेता खुलकर मैदान में आ गए हैं। अब इस मुद्दे को लेकर सड़क से संसद तक लड़ाई की तैयारी है। गुरुवार, 17 जुलाई को मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने प्रेस से बात करते हुए कहा कि इकरा हसन के मान और सम्मान के लिए समाजवादी पार्टी पूरी ताकत से खड़ी है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक सांसद का नहीं, जनप्रतिनिधियों के सम्मान और लोकतंत्र की गरिमा का मामला है।
23 जुलाई को होगी महापंचायत
सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने ऐलान किया कि शिवरात्रि के बाद 23 जुलाई को मुजफ्फरनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में एक महापंचायत आयोजित की जाएगी। इस महापंचायत में इकरा हसन को न्याय दिलाने और समाज में सौहार्द कायम रखने को लेकर रणनीति तय की जाएगी।
मनोबल बढ़ाने की जरूरत
भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी सांसद इकरा हसन के साथ हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह कोई सामान्य मामला नहीं है। बुधवार को उत्तराखंड से लौटते समय सहारनपुर के मनोहरपुर गांव में रुके टिकैत ने कहा कि शिक्षित युवाओं और जनप्रतिनिधियों का सम्मान किया जाना चाहिए। उन्होंने अफसरशाही पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकारी सिस्टम में लापरवाही और मनमानी हावी हो गई है।
आंदोलन की चेतावनी
वहीं सपा नेताओं ने सहारनपुर मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए एडीएम के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो समाजवादी पार्टी आंदोलन शुरू करेगी। पार्टी ने मांग की है कि शासन को रिपोर्ट भेजकर संबंधित अधिकारी पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। इस पूरे मामले पर शासन की नजर है। सहारनपुर के कमिश्नर ने पहले ही जिलाधिकारी को जांच सौंपी है। अब देखना यह होगा कि यह प्रकरण क्या राजनीतिक मोड़ लेता है। सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है।

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