शेयर बाजार में जारी उठा-पटक के बीच निवेशकों ने इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में जमकर निवेश किया। AMFI के ताजा डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में इक्विटी म्यूचुअल फंड में 4.17 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड निवेश हुआ। बताते चलें कि इससे पहले, किसी भी एक वित्त वर्ष में इक्विटी म्यूचुअल फंड में इतना निवेश नहीं हुआ था। इस दौरान नेट इनफ्लो पिछले साल की तुलना में दोगुना रहा। वैल्यूएशन गेन्स के साथ-साथ इसने इक्विटी स्कीम्स के एयूएम को मार्च 2025 के अंत तक 25.4% बढ़ाकर 29.45 लाख करोड़ रुपये कर दिया।
घरेलू संस्थागत निवेशकों ने गिरावट में भी जारी रखा निवेश
AMFI के सालाना डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2025 में, निफ्टी टीआरआई में 6.7% की बढ़ोतरी हुई। वित्त वर्ष 2025 में, घरेलू इक्विटी मार्केट ने वैश्विक प्रतिकूलताओं और आर्थिक अनिश्चितता के बीच लचीलापन दिखाया है। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा शुद्ध बिक्री के उलट, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने निवेश करना जारी रखा, जो वित्त वर्ष के दौरान शुद्ध खरीदार रहे।
एसआईपी में वार्षिक योगदान 45.24% बढ़ा
वित्त वर्ष 2025 में एसआईपी में भी जबरदस्त निवेश आया। इस दौरान, एसआईपी में वार्षिक योगदान 45.24% बढ़कर 2.89 लाख करोड़ रुपये हो गया। एमटीएम गेन्स के साथ इस तेजी ने एसआईपी ऐसेट्स को सालाना आधार पर 24.59% की बढ़ोतरी के साथ 13.35 लाख करोड़ रुपये पर पहुंचा दिया, जिससे कुल म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के एयूएम में 20.31% हिस्सा बन गया। वित्त वर्ष के दौरान नए रजिस्टर्ड एसआईपी खाते वित्त वर्ष 2024 में 4.28 करोड़ की तुलना में बढ़कर 6.80 करोड़ हो गए।
एसआईपी अकाउंट्स की संख्या में 27.17 प्रतिशत की बढ़ोतरी
कॉन्ट्रिब्यूट करने वाले एसआईपी अकाउंट्स की संख्या भी मार्च 2025 तक 8.11 करोड़ पर तेजी से बढ़ी, जो अप्रैल 2024 की तुलना में 27.17% की बढ़ोतरी दर्शाती है। कुल एसआईपी एयूएम में डायरेक्ट प्लान्स का अनुपात पिछले 5 सालों में मार्च 2020 तक 12% से बढ़कर मार्च 2025 तक 21% हो गया है। मार्च 2020 की तुलना में मार्च 2025 तक 5 साल से ज्यादा समय तक रखी गई एसआईपी ऐसेट्स का रेशो काफी बढ़ गया है, जो लॉन्ग टर्म वेल्थ क्रिएशन स्ट्रेटजी की ओर बदलाव का संकेत देता है।

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