इजरायल और ईरान के बीच तेज होते सैन्य संघर्ष के बीच घरेलू शेयर बाजार में मंगलवार को गिरावट देखी गई। सुबह 9 बजकर 27 मिनट पर बीएसई सेंसेक्स 202.10 अंक की गिरावट के साथ 81,594.05 के लेवल पर कारोबार करता दिखा। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी भी 68 अंक फिसलकर 24,878.50 के लेवल पर चला गया। शुरुआती कारोबार में निफ्टी पर एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, एनटीपीसी, एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक प्रमुख लाभ में रहे, जबकि सेंसेक्स की 30 कंपनियों में इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स, टाइटन, बजाज फाइनेंस, सन फार्मा और अल्ट्राटेक सीमेंट पिछड़ गए।
निवेशक हैं सतर्क
निवेशकों ने इजरायल और ईरान के बीच चल रहे संघर्ष के मद्देनजर सतर्कता बरती। विशेषज्ञों ने कहा कि निवेशक इस सप्ताह के अंत में अमेरिकी फेड की ब्याज दर के फैसले से पहले भी अलग-थलग रहना पसंद कर रहे हैं। एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई 225 सूचकांक सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे, जबकि शंघाई का एसएसई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंग सेंग कमतर रहा। सोमवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए।
एफआईआई ने 8,080 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
ईरान-इजराइल संघर्ष के बढ़ने के बावजूद वैश्विक स्तर पर शेयर बाजार स्थिर और लचीले हैं। बाजार के लचीलेपन में मुख्य योगदान खुदरा निवेशकों का है जो बाजार में हर गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में इस्तेमाल करते हैं। संघर्ष शुरू होने के बाद पिछले 4 कारोबारी दिनों के दौरान एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) ने 8,080 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। एफआईआई की यह बिक्री डीआईआई (घरेलू संस्थागत निवेशक) द्वारा 19,800 करोड़ रुपये की खरीदारी से पूरी तरह से प्रभावित हुई है।
एक्सपर्ट ने क्या कहा
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि मुख्य रूप से एसआईपी के जरिए निरंतर खुदरा फंड प्रवाह, डीआईआई को लगातार खरीदारी करने में सक्षम बना रहा है। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.53 फीसदी चढ़कर 73. 62 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,539. 42 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 5,780. 96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
