Weird Tradition : दुनिया में एक-से-बढ़कर-एक परंपराएं बनी हुई है। कुछ ऐसे रीति-रिवाज है, जिससे हम बखूबी रूबरू है, लेकिन कुछ ऐसे भी रिवाज बनाए गए हैं, जो बिल्कुल हटकर और आश्चर्यचकित कर देने वाले हैं। ऐसे में यदि आपको किसी ऐसे रिचुअल के बारे में पता चले, जहां जन्म से लेकर मृत्यु तक केवल एक ही बार नहाना पड़े तो आपको जानकर कैसा लगेगा।
ऐसे तो कुछ दिन तक नहीं नहाए बिना इंसान रह सकता है, लेकिन महीना, सालों पूरी जिंदगी बिना नहाए यह अपने आप में काफी बड़ी बात है। हालांकि, दुनिया में एक ऐसी जनजाति भी है जो अपनी परंपरा, रीति-रिवाज, संस्कृति और रस्म को निभाने के लिए जान तक दांव पर लगा देती है। आज हम आपको एक ऐसी ही परंपरा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें महिलाएं पूरे जीवन काल में सिर्फ एक बार ही नहाती है।
जीवन में सिर्फ एक बार नहाती हैं
दरअसल, उस जनजाति का नाम हिम्बा जनजाति है, जहां की महिलाएं जीवन में सिर्फ एक बार नहाती है… वह भी अपने शादी वाले दिन। यह जनजाति उत्तरी नामीबिया में रहती है, जिसे अब काकोलैंड के नाम से जाना जाता है। जिसकी आबादी लगभग 50,000 लोगों की है। यहां की औरतें, लड़कियां नहीं नहाने के बावजूद भी काफी खूबसूरत मानी जाती है।
शरीर को रखती हैं फ्रेश
हालांकि, ऐसा नहीं है कि वह नहाती नहीं तो अपने शरीर को फ्रेश नहीं रखती। वह नहाने के बजाय विशेष जड़ी बूटियों से स्कीन केयर करती हैं। इसके धुएं से उनका शरीर बिल्कुल फ्रेश रहता है और बॉडी से अच्छी स्मेल आती है, जो उनके शरीर को ताजगी देता है। इसके साथ ही कीटाणुओं को भी खत्म कर देता है, जिससे उन्हें बीमारियों का खतरा नहीं रहता। इसलिए वह अपनी पूरा जीवन बिना नहाए भी रह सकती हैं।
सालों से निभा रहीं परंपरा
स्थानीय लोगों के अनुसार, हिम्बा जनजाति की महिलाओं और लड़कियों को पानी छूने की मनाही होती है। इसलिए ना ही वह नहाती हैं और ना ही वह कपड़े धुलती हैं। यह परंपरा सालों से चली आ रही है, जिसे आज भी निभाया जाता है। इन महिलाओं को रेड मैन के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वह हेमेटाइट का इस्तेमाल करती हैं, ताकि उनका रंग लाल हो जाए और वह सभी पुरुषों से अलग दिखाई दें।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)

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