इस वीक तीन बड़ेपर्व और त्योहार आ रहे हैं। इसमें सबसे पहले हैं अजा एकादशी। अजा एकादशी की डेट को लेकर कोई कंफ्यूजन है तो आप यहां तिथि कब से शुरू हो रही है और कब खत्म होगी, देख सकते हैं। द्वादशी को एकादशी व्रत का पारण किया जाएगा। इसके बाद अगले दिन प्रदोष व्रत है। प्रदोष व्र हर महीने की त्रयोदशी तिथि को रखा जाता है। इस बार यह शनि प्रदोष व्रत है, जो संतान के लिए रखा जाता है। यह 31 अगस्त को रखा जाएगा। इसके बाद रविवार को चतुर्दशी तिथि और सोमवार को सोमवती अमाव्स्या है। सोमवती अमावस्या स्नान और दान के लिए बहुत शुभ होती है। इसके अलावा इस दिन पितृों का तर्पण भी किया जाता है। यहां देखें व्रत और पर्व की पूरी लिस्ट
27 अगस्त (मंगलवार) भाद्रपद कृष्ण नवमी रात्रि 01.34 मिनट तक। श्री गुग्गा नवमी। गोकुलाष्टमी। नंदोत्सव।
28 अगस्त (बुधवार) भाद्रपद कृष्ण दशमी रात्रि 01.20 मिनट तक। भद्रा दोपहर 01.27 मिनट से रात्रि 01.20 मिनट तक।
29 अगस्त (गुरुवार) भाद्रपद कृष्ण एकादशी रात्रि 01.38 मिनट तक। अजा एकादशी व्रत।
30 अगस्त (शुक्रवार) भाद्रपद कृष्ण द्वादशी रात्रि 02.26 मिनट तक। वत्स द्वादशी।
31 अगस्त (शनिवार) भाद्रपद कृष्ण त्रयोदशी रात्रि 03.41 मिनट तक। भद्रा रात्रि 03.41 मिनट से। शनि प्रदोष व्रत। कैलाश यात्रा प्रारंभ। गंडमूल सायं 07.40 मिनट से।
01 सितंबर (रविवार) भाद्रपद कृष्ण चतुर्दशी रात्रि 05.22 मिनट (सूर्योदय पूर्व) तक। सितंबर मास प्रारंभ। मासशिवरात्रि व्रत। अघोरा चतुर्दशी।
02 सितंबर (सोमवार) भाद्रपद कृष्ण अमावस्या (दिन-रात)। कुशाग्रहणी अमावस्या। सोमवती अमावस्या। पिठोरी अमावस्या। पितृकार्येषु अमावस्या। गंडमूल रात्रि 12.20 मिनट तक।
पं. ऋभुकांत गोस्वामी

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