कक्षा 7वीं के लिए NCERT ने लॉन्च की नई किताबें, दिखेंगे कई बदलाव, भारतीय परंपरा के नए चैप्टर्स जोड़े गए
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने कक्षा 7वीं के लिए नई किताबें लॉन्च की हैं। अकादेमी सेशन 2025-26 के लिए अंग्रेजी और सोशल साइंस की नई पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध हो चुकी हैं। इसमें कई बदलाव किए गए हैं। अब इतिहास, भूगोल और सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन सामाजिक विज्ञान की तीन पुस्तकों को एक में शामिल कर दिया गया है।
नए संस्करण में छात्रों को “मेक इन इंडिया”, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” समेत जई विभिन्न ऐतिहासिक अभियान और सरकारी योजनाओं के बारे में पढ़ाया जाएगा। वहीं इंग्लिश की पाठ्यपुस्तक “पूर्वी” में ज्यादातर सामग्री भारतीय लेखकों द्वार लिखी गई या भारतीय विषयों पर केंद्रित होगी। इसमें एपीजे अब्दुल कलाम, रवीन्द्रनाथ टैगोर, रस्किन बॉन्ड भी शामिल हैं।
सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में किए गए कई बदलाव
एनसीईआरटी ने पाठ्यपुस्तकों से मुगलों और दिल्ली सल्तनत से जुड़े चैप्टर्स हटा दिए हैं। सोशल साइंस की किताब “एक्सप्लोरिंग सोसाइटी: इंडिया एंड बियॉन्ड” में भारतीय राजवंशों जैसे की मगध, मौर्य, शुंग, सातवाहन से जुड़े नए अध्याय जोड़े गए हैं, इनमें भारतीय लोकाचार पर फोकस किया गया है। अन्य संस्करण में “भूमि कैसे पवित्र बनती है” नाम का चैप्टर जोड़ा गया है, इसमें इस्लाम, यहूदी, ईसाई, हिन्दू, बौद्ध, पारसी सुर सिख धर्म जैसे धर्मों के लिए भारत और विदेश में पवित्र माने जाने वाले स्थानों और तीर्थस्थलों के बारे में पढ़ाया जाएगा। पवित्र भूगोल अध्याय में 12 ज्योतिर्लिंग, चार धाम और शक्ति पीठ जैसे स्थानों की जानकारी दी गई है। नदी संगम, पर्वत और वन जैसे स्थानी के बारे में बताया गया है, जो पूजनीय हैं। इसके अलावा प्रयागराज महाकुंभ का जिक्र भी किया गया है। भारत के संविधान पर भी एक चैप्टर है।
इंग्लिश की पाठ्यपुस्तक में दिखेंगे ये बदलाव
पहले “हनीकॉम्ब” नामक पाठ्यपुस्तक में 17 कहानियाँ, कविताएं और अन्य रचनाएं थी, इसमें सिर्फ 7 भारतीय लेखकों की रचना ही शामिल थी। नए संस्करण में इसपर ध्यान दिया गया है। भारतीय लेखकों की रचनाएं ज्यादा से ज्यादा दिखने को मिलेगी।
क्यों जरूरी हैं ये बदलाव?
बता दें कि पाठ्यपुस्तकों में ये बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत किया गया है। जिसका उद्देश्य छात्रों में राष्ट्रीय पहचान और सांस्कृतिक जागरूकता की भावना को बढ़ावा देना है। ताकि स्टूडेंट्स अपनी विरासत पर गर्व कर सकें। नए टेक्स्टबुक्स एनसीईआरटी की ऑफिशियल वेबसाइट ncert.nic.in पर उपलब्ध हो चुकी है। स्कूलों और बुक स्टोर पर जल्द ही नए संस्करण उपलब्ध होंगे।

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