
गूगल एंड्रॉइड स्मार्टफोन
Google करोड़ों Android यूजर्स के लिए नया सिक्योरिटी फीचर रोल आउट कर रहा है। इस फीचर के जरिए यूजर्स के फोन से डेटा चोरी का खतरा कम हो जाएगा। गूगल ने इस फीचर को डिवाइस के अनऑथोराइज्ड एक्सेस को रोकने के लिए डिजाइन किया है। स्मार्टफोन के साथ-साथ इस फीचर को एंड्रॉइड टैबलेट्स के लिए भी रोल आउट किया जा रहा है।
गूगल एंड्ऱॉइड का यह फीचर Apple iOS के इनेक्टिविटी रीबूट फीचर की तरह ही है। इसमें तीन दिन तक फोन अनलॉक नहीं होने पर डिवाइस अपने आप रीबूट हो जाएगा। गूगल ने इस फीचर को लेटेस्ट Google Play सर्विस वर्जन v25.14 अपडेट के साथ रोल आउट किया है। गूगल लंबे समय से इस फीचर को टेस्ट कर रहा था। 72 घंटे तक डिवाइस इनएक्टिव होने पर यह फीचर फोन को ऑफ करके उसे दोबारा बंद कर देगा।
इस वजह से जोड़ा गया फीचर
गूगल ने Android यूजर्स के फोन से अनजाने में हो रहे डेटा चोरी को रोकने के लिए इस फीचर को जोड़ा है। ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें हैकर्स यूजर्स के फोन में छिपे हुए वायरस भेज देते हैं, जो यूजर्स के फोन से डेटा चोरी करते रहते हैं। फोन ऑन होने की वजह से साइबर क्रिमिनल्स यूजर के डिवाइस से डेटा माइनिंग करते रहते हैं या फिर यूजर को ट्रैक करते रहते हैं। इस फीचर के आने के बाद यूजर का डिवाइस 72 घंटे के बाद अपने आप स्वीच ऑफ हो जाएगा और दोबारा स्वीच ऑन होगा। डिवाइस के रीस्टार्ट होने की वजह से कनेक्टिविटी खत्म हो जाएगी और डेटा माइनिंग और ट्रैकिंग बंद हो जाएगा।
इसके अलावा अगर कोई फोन स्वीच ऑफ होता है तो ऑन होने के बाद फोन का बायोमैट्रिक फीचर काम नहीं करता है। ऐसे में बिना पिन या पासवर्ड के डिवाइस को दोबारा ऑन नहीं किया जा सकता है। इस फीचर के आने के बाद डिवाइस एनक्रिप्ट हो जाएगा और बायोमैट्रिक डिसेबल हो जाएगा। इसके बाद जब तक यूजर फोन में पासवर्ड का पासकोड दर्ज नहीं करेगा। फोन को एक्सेस नहीं किया जा सकता है।
गूगल ने फोन के दोबारा रिस्टार्ट होने वाले फीचर को बिफोर फर्स्ट अनलॉक (BFU) स्टेट बताया है। इसमें यूजर के डिवाइस का एक्सेस किसी को नहीं मिलेगा, जब तक कि पासवर्ड दर्ज न किया जा सकै। गूगल के चेंज लॉग से मिली जानकारी के मुताबिक, इस फीचर को फिलहाल फोन के लिए रोल आउट किया जा रहा है। जल्द ही, टैबलेट्स के लिए भी इस फीचर को जारी किया जाएगा।

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