हनुमानगढ़: किसानों को महंगे कृषि उपकरण किराये पर उपलब्ध कराने के लिए हनुमानगढ़ में कस्टम हायरिंग सेंटर शुरू किया गया है।किसानों को महंगे कृषि उपकरण किराए पर उपलब्ध कराने के लिए हनुमानगढ़ में कस्टम हायरिंग सेंटर शुरू किया गया है। सेंटर में ऐसे महंगे उपकरण उपलब्ध होंगे, जो साल में 2-3 बार ही काम आने के कारण किसान खरीदते नहीं हैं। प्राथमिक मल्टीपरपज सहकारी समिति में स्थापित इस कस्टम हायरिंग सेंटर का उद्घाटन शनिवार को हनुमानगढ़ विधायक विनोद कुमार और जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने किया।100वें अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस पर शनिवार को जंक्शन स्थित प्राथमिक मल्टीपरपज सहकारी समिति लिमिटेड में केन्द्रीय सहकारी बैंक, कृभको और प्राथमिक मल्टीपरपज सहकारी समिति लिमिटेड के संयुक्त तत्वाधान में सहकार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर प्राथमिक मल्टीपरपज सहकारी समिति में कस्टम हायरिंग सेन्टर का उद्घाटन हनुमानगढ़ विधायक विनोद कुमार और जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने किया। अतिथियों द्वारा सहकार गोष्ठी में राज सहकार व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना अंतर्गत हनुमानगढ़ केंद्रीय सहकारी बैंक की शाखा गोलूवाला की समिति खोथावाली के मृतक सदस्य रणवीर राम की नोमिनी सुमित्रा देवी को 10 लाख रुपए का चेक दिया गया। साथ ही अतिथियों द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को लेकर जागरूकता पोस्टर और नाबार्ड द्वारा प्रायोजित वित्तीय डिजिटल साक्षरता अभियान पुस्तक का विमोचन किया गया।6 महीने में हो सहकारी समितियों की ऑडिटसहकार गोष्ठी को संबोधित करते हुए हनुमानगढ़ विधायक विनोद कुमार ने कहा कि पहले किसानों को लोन लेने में बहुत दिक्कत आती थी, लेकिन सोसाइटियों से लोन मिलने पर कृषि उत्पादकता बढ़ी। कुछ सहकारी समितियों में गड़बड़ी हुई। लिहाजा इन पर अंकुश रखना भी जरूरी है। किसानों का विश्वास प्राप्त करने के लिए सहकारी समितियों की प्रत्येक 6 महीने में ऑडिट होने चाहिए। किसान जिस कार्य के लिए लोन लें, पैसा उसी में खर्च करें। कस्टम हायरिंग सेंटर को लेकर कहा कि कृषि के महंगे उपकरण हर कोई नहीं खरीद पाता और ये काम भी साल में 2-3 बार आते हैं। ऐसे में कस्टम हायरिंग सेंटर से बहुत कम किराए पर किसानों को कृषि उपकरण मिल सकेंगे। इसका बड़ा लाभ किसानों को मिलेगा।किसान कल्याण कोष की राशि बढ़ाईजिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि जिले ने सहकारिता के क्षेत्र में बहुत अच्छा कार्य किया है। किसानों के प्रति राज्य सरकार की संवेदनशीलता इसी से देखी जा सकती है कि सरकार ने किसान कल्याण कोष की राशि को 2 हजार करोड़ से बढ़ाकर 5 हजार करोड़ कर दिया। कृषि बजट अलग से पेश किया गया। 11 छोटे छोटे मिशन की घोषणा की। जिसमें उर्वरता, बीज, खाद, सिंचाई, कृषि उपकरण इत्यादि किसानी के हर पहलू को कवर किया गया है। कृषि बजट को प्रत्येक किसान तक पहुंचाने के लिए कार्यशाला की जा रही है।जिले में 80 करोड़ रुपए का चना खरीदाकेन्द्रीय सहकारी बैंक के एमडी दीपक कुक्कड़ ने अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि केंद्रीय सरकारी बैंक वसूली में पूरे राजस्थान में प्रथम स्थान पर है। साथ ही वसूली डेट बढ़ाने को पत्र लिखने की जानकारी दी। सहकारी समितियों के उप रजिस्ट्रार अमिलाल सहारण ने बताया कि इस बार जिले में 80 करोड़ रुपए के चने की खरीद हुई। खास बात ये कि बाजार भाव से अंतर 11 करोड़ का रहा। कृभको के मुख्य राज्य प्रबंधक हवा सिंह रणवा ने कहा कि 8 से 10 लाख टन यूरिया यूक्रेन से आयात नहीं हो सका, लेकिन जिले में उर्वरकों की कोई कमी नहीं आने देंगे। जरूरत के रैक की व्यवस्था कर दी जाएगी।

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