जयपुर: कांग्रेस नेता शक्ति सिंह गुहिल ने उदयपुर में कन्हैयालाल के तालिबानी मर्डर को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। शक्ति सिंह गुहिल ने कहा कि उदयपुर में कन्हैयलाल मर्डर में शामिल एक मोहम्मद रियाज अंसारी बीजेपी का कार्यकर्ता निकला। जब-जब बीजेपी के खिलाफ आक्रोश उठता है, तो बीजेपी अपनी ही पार्टी में शामिल आतंकियों से ऐसी घटनाएं करवाती हैं कि लोग असली मुद्दा भूल जाते हैं।कांग्रेस आतंकवाद पर राजनीति के पक्ष में कभी नहीं रही है, लेकिन आज जो हालात हैं और जिस तरह से एक के बाद एक घटनाओं में लगातार आतंकियों और अपराधियों के तार बीजेपी से जुड़े मिले हैं वैसे में सवाल पूछना जरूरी हो जाता है। गुहिल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।गुहिल ने कहा- जब जब बीजेपी सरकार के खिलाफ आक्रोश उठा तब तब ही ऐसी घटनाएं क्यों होती हैं? जहां चुनाव नजदीक आता है,और जहां बीजेपी की सरकार है वहीं ऐसी घटनाएं होती हैं। जब देश में महंगाई के खिलाफ आक्रोश पैदा हुआा तो आतंकी घटना हुई। जब किसयान ओ्रोशित हुए, जब बेरोजगारी के मुद्दे पर युवा आक्रोशित हुए तो भी ऐसी घटनाएं हुई कि लोग बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे भूल गए।राजस्थान में चुनाव इसलिए तो बीजेपी ने उदयपुर की घटना नहीं करवाईगुहिल ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार मजबूत है और बीजेपी की हालत अच्छी नहीं है। क्या बीजेपी ने राजस्थान में चुनाव से पहले जानबूझकर तो यह सब नहीं करवाया। बीजेपी का आंतकवादियो से नाता है, यह रिश्ता क्या कहलाता है। वोट बैंक के लिए ऐसी घटनाएं करवाई जाती हैं।देश में अनेकों आतंकी घटनाएं जिनमें बीजेपी कार्यकर्ता निकलेशक्ति सिंह गुहिल ने कहा-उदयपुर के अलावा देश भर में कई घटनाएं ऐसी हुई हैं जिनमें बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में ग्रामीणों ने लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को पकड़ा उनमें में से एक तालिब हुसैन शाह बीजेपी का पदाधिकारी निकला। इसकी बीजेपी के कई वरिष्ट नेताओं के साथ देश के गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी तस्वीर है। और जब ये पकड़ा गया तब पवित्र अमरनाथ यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं पर हमले की योजना बना रहा था। महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के कथित मास्टरमाइंड इरफान खान का निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा से संबंध हैं। 2020 में जम्मू कश्मीर में आतंकियों को हथियार मुहैया कराने के आरोप में भाजपा के पूर्व नेता और सरपंच तारिक़ अहमद मीर को गिरफ्तार किया गया था। तारिक़ अहमद पर हिजबुल कमांडर नवेद बाबू को हथियार देने का आरोप था 2017 में मध्यप्रदेश में एटीएस की टीम ने अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का पर्दाफाश करते हुए ISI के 11 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक बीजेपी आईटी सेल का सदस्य ध्रुव सक्सेना भी था। 2019 में मध्यप्रदेश में ही टेरर फंडिंग के आरोप में बजरंग दल के एक नेता बलराम सिंह की गिरफ्तारी हुई थी

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