लुधियाना: पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद संगरूर में उपचुनाव हुए, जिन पर चर्चा करते हुए सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि हिंसक आंतकवादियों और डूबती अकाली दल की प्रतिनिधि कमलदीप राजोआना की जमानत जब्त हो रही है।पंजाब के लोग शांति पंसद लोग हैं। लोगों ने इस बार उपचुनाव में भी अकाली दल को मुंह नहीं लगाया। यह हार सिर्फ अकाली दल की नहीं, बल्कि यह उन सभी लोगों की हार है, जो हिंसक सोच के मालिक हैं। केवल 5 प्रतिशत वोट अकाली दल को पड़ रही है।अब सुखबीर सिंह बादल, गुरपतवंत सिंह पन्नू और राजोआना अपने उम्मीदवारों की जमानत राशि बचा सकते है तो बचा लें। यह तंज राजनीतिक में चर्चा बन गया है। आम आदमी पार्टी का भी संगरूर में ग्राफ गिर रहा है। शिअद जमीनी स्तर पर कमजोर हो रही है।बता दें जब भी बलवंत सिंह राजोआना की रिहाई और बंदी सिंहों की रिहाई का मामला उठता था तो तुरंत सांसद रवनीत सिंह बिट्टू रिहाई का विरोध शुरू कर देते थे, क्योंकि राजोआना ने उनके दादा बेअंत सिंह को 31 अगस्त 1995 में मारा डाला था।इसी बात को लेकर शुरू से ही राजोआना समर्थकों और सांसद बिट्टू की सोशल मीडिया पर वार चलती रहती है।

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