केंद्रीय विद्यालय देश के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी स्कूलों में गिना जाता है। यह एक ऐसा स्कूल है जिसे विशेष तौर पर केंद्रीय और सरकारी कर्मचारियों के बच्चों की पढ़ाई के लिए बनाया गया है। CBSE की उच्च गुणवत्ता की शिक्षा देने वाला या स्कूल अन्य एक्टिविटीज में भी बच्चों को आगे रखता है।
भारत में लगभग 1256 KVS स्कूल मौजूद है और तीन विदेश में भी चल रहे हैं। इन स्कूलों का काम बच्चों को समान शिक्षा देना है। केंद्रीय विद्यालय संगठन के नेतृत्व में चलाए जा रहे हैं यह स्कूल बच्चों के साथ शिक्षकों के बीच भी बहुत प्रसिद्ध है। जो लोग शिक्षक बनना चाहते हैं उनके लिए केंद्रीय विद्यालय की नौकरी किसी लॉटरी से कम नहीं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि सिलेक्शन कैसे होता है और सैलरी क्या रहती है।
कितनी है केंद्रीय विद्यालय शिक्षक की सैलरी
केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों के पद भी काफी अलग-अलग रखे गए हैं। यहां टीजीटी, पीजीटी और पीआरटी टीचरों की भर्ती की जाती है। विभिन्न श्रेणियां के हिसाब से अलग-अलग योग्यता और सैलरी निर्धारित की गई है। PRT टीचर प्राइमरी स्कूल के टीचर होते हैं जिनकी सैलरी 53,400 के लगभग होती है। टीजीट ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर होते हैं जिनकी सैलरी 66,700 के लगभग होती है। वहीं PGT यानी पोस्ट ग्रेजुएट टीचर को लगभग 70,000 से ज्यादा की सैलरी मिलती है। जिन लोगों को सरकारी नौकरी करने की इच्छा है उनके लिए यह बहुत ही आकर्षक विकल्प है।
कैसे होता है सिलेक्शन (KVS Schools)
केंद्रीय विद्यालय में शिक्षकों की भर्ती एक प्रक्रिया के तहत की जाती है। इसके लिए जब भी वैकेंसी निकलती है तब संबंधित पद की योग्यता रखने वाले उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। शैक्षणिक योग्यता के अलावा इन्हें सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (CTET) भी पास करना पड़ता है। इसके बाद एक एंट्रेंस एग्जाम होती है। अगर इस एग्जाम को उम्मीदवार पास कर लेता है तो उसे साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है। लिखित एग्जाम और साक्षात्कार के नंबरों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार होती है जिसके बाद नौकरी मिलती है।
