मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी कैम्पा कोला भारतीय बाजार में छाने को तैयार है। इससे मुकाबला करने के लिए पेप्सिको ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। भारत एवं दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) जागृत कोटेचा ने कहा कि पेप्सिको भारत में ‘निवेश से पीछे नहीं हटेगी’ तथा दो और संयंत्र खोलने की योजना बना रही है, जिनमें एक संयंत्र दक्षिणी क्षेत्र में होगा। कोटेचा ने कहा, “हमारा मानना है कि भारत पेप्सिको के लिए वृद्धि का इंजन होगा और शीर्ष पंक्ति को आगे बढ़ाएगा। हां, यह उत्तरी अमेरिका जितना बड़ा नहीं है क्योंकि यह बहुत अधिक विकसित श्रेणी है।” वर्तमान में, भारत पेप्सिको के लिए वैश्विक स्तर पर शीर्ष 15 बाजारों में शुमार है। कोटेचा को उम्मीद है कि देश रैंकिंग में ऊपर जाएगा, हालांकि उन्होंने कोई विशिष्ट अनुमान साझा नहीं किया। न्यूयॉर्क के हैरिसन में स्थित कंपनी के लिए भारत ‘प्रमुख बड़े बाजारों’ में से एक है, जहां इसने 28 वर्षों के अंतराल के बाद 1990 के दशक में पुनः प्रवेश किया था। कोटेचा के अनुसार, पेप्सिको प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) के 2030 के लक्ष्य के अनुरूप है कि भारत तबतक विश्व की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएगा।
Varun Beverages ने भी भारी निवेश किया
पिछले तीन साल में पेप्सिको ने भारतीय बाजार में करीब 3,500-4,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इसके अलावा, पेप्सिको की बॉटलिंग साझेदार वरुण बेवरेजेज लिमिटेड (वीबीएल) भी काफी निवेश कर रही है। यह पेय पदार्थ क्षेत्र में माउंटेन ड्यू, 7अप, पेप्सी, और स्टिंग तथा स्पोर्ट्स पेय उत्पाद गेटोरेड जैसे ब्रांड पेश करता है, जबकि जूस में इसके ट्रॉपिकाना और स्लाइस ब्रांड हैं। कुरकुरे, लेज़, क्वेकर और डोरिटोस भी इसके ब्रांड हैं। भारतीय पेय पदार्थ बाजार का मूल्य लगभग 12 अरब डॉलर है और यह 10-11 प्रतिशत की सालाना दर के साथ बढ़ रहा है।
भारत से रेवन्यू दोगुना करने की तैयारी
कोटेचा ने कहा है कि कंपनी अगले पांच वर्षों में भारत में अपना राजस्व दोगुना करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी भारत को एक ‘प्रमुख बाजार’ के रूप में देख रही है, जहां वह अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए ‘आक्रामक’ निवेश कर रही है। कोटेचा ने कहा कि भारत पेप्सिको के लिए वैश्विक राजस्व बढ़ाने में ‘वृद्धि का इंजन’ होगा, क्योंकि यह कंपनी के लिए शीर्ष तीन बाजारों में से एक है, जहां वह दहाई अंक की वृद्धि दर्ज कर रही है। पेप्सिको खाद्य, नाश्ता और पेय उत्पाद पेश करती है। कोटेचा ने कहा कि पेप्सिको ने उत्तर प्रदेश और असम में नए संयंत्रों में निवेश किया है, जिसका उद्देश्य मांग से आगे रहना है। पेप्सिको तीन रणनीतिक स्तंभों पर काम कर रही है, जिन्हें वह ‘तेज़, मज़बूत, बेहतर’ कहती है। भारतीय बाजार में दो अरब डॉलर (करीब 17,000 करोड़ रुपये) का राजस्व हासिल करने की समयसीमा के बारे में पूछे जाने पर कोटेचा ने कहा, “यह एक लक्ष्य है। हमारी वहां पहुंचने की आकांक्षा है। अगर हम भारत के बुनियादी ढांचे के साथ सब कुछ सही कर लें, तो मुझे लगता है कि यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।”

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